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केरल नन दुष्कर्म मामला: पीड़िता की बहन ने कहा, हम चारों गवाह भय में जी रहे हैं

इस मामले की जांच खत्म हो गई है और अदालत में चार्ज शीट दायर की जानी थी लेकिन कुछ कारणों से चार्जशीट दायर होने में कुछ देरी हो रही है.

Updated on: 17 Mar 2019, 04:26 PM

नई दिल्ली:

केरल के कोट्टायम में एक नन के साथ कई साल तक लगातार दुष्कर्म करने वाले आरोपी पादरी मामले में, 4 ननों में से एक सिस्टर अनुपमा (जिन्होंने बिशप फ्रैंको पादरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया) ने कहा हम सभी बेहद भय में हैं. इस मामले की जांच खत्म हो गई है और अदालत में चार्ज शीट दायर की जानी थी लेकिन कुछ कारणों से चार्जशीट दायर होने में कुछ देरी हो रही है. सिस्टर अनुपमा ने कहा, 2 महीने पहले हम सभी को देश के विभिन्न हिस्सों में स्थानांतरित करने का प्रयास किया गया था. हम जल्द से जल्द चार्जशीट चाहते हैं और हमें गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए. उन्होंने कहा, कि पता नहीं हम कब तक स्थिति को झेल पाएंगे.

बता दें केरल के कोट्टायम में नन के साथ कई साल तक लगातार दुष्कर्म करने के आरोपी बिशप (पादरी) फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ जल्द ही आरोप-पत्र तैयार कर लिया जाएगा. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस बाबत नन के एक समूह को भरोसा दिलाया है. समूह की एक नन के अनुसार, कोट्टायम के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि तीन से चार दिनों में आरोपी के खिलाफ आरोपपत्र तैयार हो जाएगा.

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तीन अन्य नन के साथ सिस्टर अनुपमा ने शनिवार को मीडिया को बताया कि कोट्टायम के पुलिस अधीक्षक ने उनको आश्वासन दिया कि आरोपपत्र अगले सप्ताह दाखिल किया जाएगा. इन चारों नन ने पीड़िता और मुख्य गवाह को सबसे अधिक नैतिक समर्थन दिया है.

सिस्टर अनुपमा ने कहा, "हमने पुलिस को मामले में गवाह की पीड़ा का जिक्र करते हुए एक ज्ञापन दिया. हमने बताया कि मामले में अब तक आरोपपत्र दाखिल नहीं हुआ है." सिस्टर अनुपमा ने कहा, "उन्होंने आश्वासन दिया कि तीन से चार दिनों में यह दाखिल किया जाएगा." मक्कल पर आरोप है कि उन्होंने 2014 से 2016 के दौरान बार-बार नन का यौन-उत्पीड़न किया.

मक्कल को 21 सितंबर 2018 को दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि 16 अक्टूबर 2018 को उन्हें जमानत मिल गई और वह अब पंजाब में हैं.