logo-image

टमाटर-प्याज ने बिगाड़ा रसोई का जायका, आसमान छूने लगे सब्जियों के दाम

टमाटर 40 से 50 रुपये किलो, प्याज 70 से 80 रुपये किलो और लहसुन 160 से 180 रुपये किलो बिक रही है

Updated on: 06 Nov 2019, 12:35 PM

राजस्थान:

राजस्थान में मौसम की मार आम लोगों पर कहर बनकर टूटा है. बारिश के कारण टूटी सड़कें और कम आवक का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है. जिसके कारण सब्जियों की महंगाई आसमान छू रही है. विशेषकर सब्जियों का जायका बढ़ाने वाले टमाटर, प्याज और लहसुन ने रसोई का गणित बिगाड़ दिया है. आलम यह है उपभोक्ताओं को टमाटर 40 से 50 रुपये किलो, प्याज 70 से 80 रुपये किलो और लहसुन 160 से 180 रुपये किलो बिक रही है. आगे भाव कम होंगे इसकी भी उम्मीद कम ही है.

यह भी पढ़ें- दिल्ली में स्कूल खुले, लेकिन प्रदूषण के कहर से कोई राहत नहीं, जानें आज का हाल

वहीं कुछ दिन शांत रहने के बाद एक बार फिर प्‍याज की कीमतें (Onion Price) लोगों को रुलाने लगी हैं. एक दिन पहले तक 50 रुपये किलो मिलने वाला प्‍याज अब 80 रुपये तक पहुंच गया है. दिल्‍ली और एनसीआर के खुदरा बाजारों में यह 70 से 80 रुपये किलो पहुंच गया है. वहीं चंडीगढ़ में एक विक्रेता का कहना है, "प्याज की कीमत 50 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है.कल यह 70 रुपये प्रति किलोग्राम थी, आज यह 80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है". बता दें कि सितंबर में प्याज के दामों में इसी तरह से इजाफा हो गया था. जिसके बाद जनता को राहत दिलाने के लिए प्रशासन को काउंटर खुलवाने पड़े थे. अब नवंबर के महीने में भी स्थिति वैसी ही होती नज़र आ रही है.

यह भी पढ़ें- डोनाल्ड ट्रंप मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ कार्रवाई में पड़ोसी की मदद के लिए तैयार

महाराष्ट्र के लासलगांव में प्याज की सप्लाई घटने से वहां प्याज 55 रुपये किलो मिल रहा है.लासलगांव में प्याज की आवक 20 टन तक घटी है.दिल्ली के आजादपुर मंडी में प्याज का दाम 80 रुपये किलो पहुंच गया है.अक्टूबर और नवंबर में हुई बारिश ने कीमतें बढ़ा दी हैं.महाराष्ट्र और कर्नाटका से अभी आवक शुरू नहीं हुई है.यहां से आवक 15 नवंबर के बाद शुरू होगी.सरकारी सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र और कर्नाटक से फसल नहीं आने के चलते अगले 10-15 दिन दाम और बढ़ सकते है.