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कोटा में बच्चों के मौत पर गहलोत और पायलट फिर आमने-सामने, डिप्टी सीएम ने कही ये बात

सचिन पायलट ने गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि भले ही बच्चों की मौत पर भले ही बैठक ना हो, लेकिन हमारा फर्ज है कि उनके घर जाएं.

Updated on: 15 Jan 2020, 06:22 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान में भले ही कांग्रेस सरकार को एक साल से अधिक समय हो गया है मगर सीएम गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट की गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. मुद्दा
चाहे कोई भी हो सचिन पायलट सीएम गहलोत पर सियासी वार करने से चूकते नहीं है. हाल में पंचायतीराज चुनावों में हाइब्रिड सिस्टम को लेकर गहलोत सरकार को घेरने वाले पायलट अब कोटा में बच्चों की मौत को लेकर गहलोत पर निशाना साध रहे हैं. 

कोटा में बच्चों की मौत को महज बीजेपी का सियासी स्टंट बताने वाले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की असली परेशानी हैं अपनी ही सरकार के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट. पायलट ने गहलोत पर बच्चों की मौत पर फिर हमला किया. पायलट ने कहा बच्चों की मौत पर उनके घर जाकर आंसू पोंछना सरकार और पार्टी का धर्म है.पायलट ने कहा अगर आंसू पोंछने की परंपरा नहीं है तो उसे शुरू करनी चाहिए.

सचिन पायलट ने गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि भले ही बच्चों की मौत पर भले ही बैठक ना हो, लेकिन हमारा फर्ज है कि उनके घर जाएं. पायलट ने इसको सीएम गहलतो के घूंघट वाले बयान से जोड़ा है.

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दरअसल, कोटा अस्पताल में बच्चों की मौत पर पायलट तब मृतक बच्चों के घर गए थे. परिजनों को सांत्वना दी थी. गहलोत ने एक दिन पहले ही इस पर ऐतराज किया था कि बच्चों की मौत पर राजस्थान में तीये की बैठक की परंपरा नहीं . ऐसे में उनके घर जाना ठीक नहीं.

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वहीं कांग्रेस की गुटबाजी को लेकर भाजपा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि राजस्थान में 13 माह के काल मे सीएम और डिप्टी सीएम के बीच गुटबांजी जारी है. सीएम कुर्सी बचाने और डिप्टी सीएम खुद सीएम बनने की जुगत में जुटे हैं. इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है प्रदेश की जनता को.