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शादी में ढोल बजाने वाले अब यूरोप की सरजमी पर लहराएंगे देश का परचम

राजस्थान के 50 लोक कलाकार विदेश में अपनी प्रस्तुति के जरिए प्रदेश की लोक संस्कृति और संगीत को साकार करते नजर आएंगे. राजस्थान के जाने-माने म्यूजिकल धोद बैंड के कलाकारों का दल यूरोप के देशो में अपनी ढोल बजाने की परंपरा की झलक पेश करेंगे.

Updated on: 08 Jun 2019, 02:12 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान के 50 लोक कलाकार विदेश में अपनी प्रस्तुति के जरिए प्रदेश की लोक संस्कृति और संगीत को साकार करते नजर आएंगे. राजस्थान के जाने-माने म्यूजिकल धोद बैंड के कलाकारों का दल यूरोप के देशो में अपनी ढोल बजाने की परंपरा की झलक पेश करेंगे. जिसके तहत सभी कलाकार रईस भारती के निर्देशन में अलग-अलग अंदाज में ढोल बजाकर राजस्थान के विविध रंगों को बिखेरेंगे.

धोद ग्रुप के संस्थापक व फाउंडर रईस भारती ने बताया कि धोद ग्रुप के कलाकार यूरोप में करीब 4 महीनों में आयोजित होने वाले विभिन्न फेस्टिवल्स में अपनी प्रस्तुति से यूरोप के संगीत प्रेमियों को प्रदेश की संस्कृति और संगीत से रुबरु करवाएंगे.

उन्होंने बताया कि धोद ग्रुप अब तक 100 से अधिक देशों में अपनी प्रस्तुति दे चुका है. इस बार राणा समाज के कलाकारों को विदेश की धरती पर ढोल बजाने का मौका मिल रहा है. 

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इसके साथ ही रईस भारती बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य प्रदेश की संस्कृति और संगीत को पूरी दुनियां में फैलाना है. जिसके साथ ही लोक कलाकारों को उनकी कला को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करना है..

शादी समारोह या अन्य शुभ कार्यो के शुभारंम्भ का प्रतीक ढोल,,तमाम खुशी के मौकों पर बजने वाले ढोल अब विदेशी धरती पर राजस्थानी कला,संकृति का डंका पूरी दुनिया मे बजाएगा,