राजस्थान के लिए बड़ी राहत, चक्रवात 'महा' हुआ कमजोर, मौसम विभाग ने वापस ली चेतावनी
मौसम विभाग के डायरेक्टर शिव गणेश का कहना है कि राजस्थान में महा चक्रवात के प्रभाव अब ना के बराबर है. हालांकि आसमान में बादल रहेंगे,ठंफी हवाएं चलेंगी
नई दिल्ली:
अरब सागर में उठा चक्रवात महा गुजरात की ओर मुड़ गया है. ।21 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा तूफान तेजी से कमजोर होता जा रहा है. 7 नवंबर की सुबह तक एक सामान्य तूफान के तौर परदीव तट पर जमीन से टकराने (लैंडफॉल) की आशंका है. चक्रवात महा के कमजोर होने से राजस्थान को भी राहत मिली है. दरसल मौसम विभाग ने 2 दिन पूर्व चेतावनी जारी की थी जिसमे राजस्थान में सिरोही,जालोर, कोटा,बारां, झालवाड़ सहित 13 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी. मगर चक्रवात के कमजोर पड़ते ही मौसम विभाग ने चेतावनी को विड्रॉ कर दिया है.
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मौसम विभाग के डायरेक्टर शिव गणेश का कहना है कि राजस्थान में महा चक्रवात के प्रभाव अब ना के बराबर है. हालांकि आसमान में बादल रहेंगे,ठंफी हवाएं चलेंगी. मगर अधिक प्रभाव नहीं रहेगा. हालांकि बताया ये भी जा रहा है कि 'महा' अभी भी 'गंभीर चक्रवाती तूफान' का रूप धारण किये हुए है और पूर्वी-मध्य अरब सागर के ऊपर मंडरा रहा है.
यह गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में पोरबंदर तट से लगभग 400 किलोमीटर दूर है. मौसम विभाग ने बताया कि 'इसके (चक्रवाती तूफान) पूर्वी दिशा में बढ़ते हुए कमजोर होने की संभावना है. इसके बाद इसके पूर्वी-उत्तरपूर्वी दिशा में बढ़ते हुए सात नवंबर की सुबह तक कमजोर होकर गंभीर अवदाब का रूप लेने की संभावना है.
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महा चक्रवात के दौरान मध्य प्रदेश में आज और कल भारी बारिश होने के आसार है. महा चक्रवात का असर होशंगाबाद, बैतूल, हरदा और खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर और धार में भी दिखाई देगा. आने वाले दो से तीन दिन में तेज हवांए चल सकती है जिसके बाद ठंड की शुरूआत होने के भी आसार है. एमपी के अलावा छत्तीसगढ़ में भी महा तूफान का असर दिख सकता है.
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