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CM अशोक गहलोत बोले- कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले खुद हो जाएंगे मुक्त, परिणाम सामने...

अशोक गहलोत ने कहा कि निरोगी राजस्थान का मतलब हर व्यक्ति स्वस्थ रहे. सरकार पूरी तरह से, राजस्थान में जो प्रयोग किया हुआ है, जिसमें फ्री मेडिसिन्स, फ्री जांचें जो हिंदुस्तान में कहीं पर भी नहीं हैं.

Updated on: 11 Jan 2020, 05:03 PM

राजस्थान:

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने इस दौरान बीजेपी पर जमकर हमला किया. उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब भी दिया. उन्होंने कांग्रेस मुक्त भारत की सोच को खंडन करते हुए कहा कि यह बीजेपी और आरएसएस की मानसिकता प्रदर्शित करती है. उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने उस जमाने में जिस रूप से देशवासियों को आह्वान किया था, एक तरफ तो उन्होंने कहा था जय जवान, जय किसान. जब 1965 का वॉर हुआ था, माहौल अलग तरह का था. देश के अंदर, खाद्यान्न सामग्री की कमी थी. उन्होंने ये भी कहा कि हर व्यक्ति को हर देशवासी को सोमवार का उपवास रखना चाहिए. मुझे कहते हुए गर्व है कि आज भी ऐसे परिवार होंगे उस जमाने के, आज भी लाल बहादुर शास्त्री जी ने जो आह्वान किया था, उसकी भावना की कद्र करते हुए सोमवार का उपवास रखते हैं.

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कांग्रेस तो मुक्त कभी होगी नहीं- गहलोत

ऐसे नेता हुए देश के अंदर जिन्होंने आजादी की जंग में हिस्सा भी लिया, सेनानी के रूप में मुल्क को आजाद करवाया, और आज दु:ख होता है, उन्हीं के ऊपर छींटाकशी होती है. जैसे पंडित नेहरू के बारे में क्या-क्या नहीं कहा जा रहा है. जिस व्यक्ति ने देश के लिए सबकुछ न्यौछावर कर दिया. उन पंडित नेहरू के बारे में सोशल मीडिया में जो कैंपेन चलाया गया, ये बीजेपी और आरएसएस की मानसिकता को प्रदर्शित करती है. आप एक व्यक्तितत्व को डैमेज कर दो, किसी पॉलिटिकल पार्टी को समाप्त करने के लिए, इसीलिए उन्होंने कांग्रेसमुक्त भारत की बात करी थी. लेकिन अब उनको समझ में आ गई है, जब से महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव हुए हैं. इससे पहले राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के हुए थे. कांग्रेस तो मुक्त कभी होगी नहीं, कांग्रेसमुक्त भारत की बात करने वाले खुद मुक्त हो जाएंगे. वो टाइम बहुत जल्द आने वाला है.

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सवाल- आपने 30 फीट वाली रोड, जहां होटल बार है, उसकी अधिसूचना रद्द कर दी?

अशोक गहलोत- वो फैसला मैं समझता हूं कि बहुत सही फैसला है. जनभावनाओं को देखते हुए किया गया है और मैं समझता हूं कि अंकुश रहना चाहिए. जब एक तरफ हम बात करते हैं कि 8 बजे शराब की दुकानें बंद होनी चाहिए. मुझे मालूम है उसके बावजूद भी कई जगह बंद नहीं होती हैं. बेईमानी होती है, मिलीभगत होती है, उसको रोकने का हम प्रयास कर रहे हैं. नई दुकानें खोलने का क्या तुक था. जो कुछ गलती थी उसको हमने सुधार लिया है. जब निरोगी राजस्थान की बात आती है, एक तरफ निरोगी राजस्थान की बात करेंगे और दूसरी तरफ कैसे शराब की दुकानें खोलने की बात कर सकते हैं.

निरोगी राजस्थान में शराब की दुकानें खुलना अच्छी बात नहीं- गहलोत

निरोगी राजस्थान का मतलब हर व्यक्ति स्वस्थ रहे. सरकार पूरी तरह से, राजस्थान में जो प्रयोग किया हुआ है, जिसमें फ्री मेडिसिन्स, फ्री जांचें जो हिंदुस्तान में कहीं पर भी नहीं हैं. आयुष्मान भारत भी है तो जब व्यक्ति भर्ती होता है ऑपरेशन के लिए, तब लागू होता है. हमारी योजना वो है, लागू वो भी रहेगा आयुष्मान भारत भी और साथ में जो है फ्री मेडिसिन्स वाली स्कीम चलती रहेगी, फ्री जांचें चलती रहेंगी. जिसमें सीटी स्कैन, एमआरआई भी फ्री है, बीपीएल के लिए और सीनियर सिटीजन्स के लिए.

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शिशु मृत्युदर को लेकर कुछ नेताओं का षड़यंत्र था- गहलोत

मुझे खुशी है कि 20 साल पहले जब ये 65 था आईएमआर शिशु मृत्युदर, आज वो 38 पर आ गया है. लगातार जो हमने प्रयास किए हैं, सरकारें चाहे किसी की रही हों, कांग्रेस की रही हो या बीजेपी की रही हो. हमने जो आईसीयू बनाए बच्चों के लिए, जिसको कहते हैं एनआईसीयू, नवजात शिशु के लिए आईसीयू, ये पहली बार बने हैं राजस्थान के अंदर जो मेरे वक्त बने थे जयपुर के अंदर भी, कोटा के अंदर भी, कोटा के अंदर एनआईसीयू बना, इस कारण से जो शिशु मृत्युदर है वो कम हुई. जब 5 साल रहा बीजेपी का तब भी लगातार कम हुई थी, और चाहे इस बार 2019 की बात करें, 900 पर आ गए हम लोग, पहले वो 1100 पर थे, 1200 पर थे, 1300 पर थे. लगातार कम होते गए हैं, तो इसे एप्रिशिएट करना चाहिए कि चाहे बीजेपी की सरकार थी चाहे हमारी गवर्नमेंट आ गई, लगातार 1400 से लगातार कम होते जा रहे हैं शिशु मृत्युदर. उसको लेकर जो मीडिया ट्रायल हुई है, ये भी एक प्रकार से कुछ नेताओं का षड़यंत्र था.

सवाल- छपाक मूवी को टैक्स फ्री कर दिया गया है राजस्थान में ?

सीएम अशोक गहलोत- अच्छा फैसला है छपाक मूवी को टैक्स फ्री करने का. 20 साल हो गए फिल्म देखे हुए, इसलिए पता ही नहीं चलता है कौनसी फिल्म आ रही है. तो भावना वही है जो आपकी है. छपाक मूवी को टैक्स फ्री करने की हमें बहुत प्रसन्नता है. लोगों ने वेलकम किया है और ये आंखें खोलने वाली मूवी साबित होगी और मैं समझता हूं कि लोग शिक्षित हो पाएंगे. जेएनयू के अंदर नकाबपोश लोग घुसे, पुलिस की देखरेख में घुसे, तांडव मचाया सरियों और लाठियों से छात्रों को पीटा. हिंदुस्तान के इतिहास के अंदर कभी ऐसी घटना सुनी नहीं होगी आपने. जब पुलिस की देखरेख के अंदर और फिर पुलिस पर कोई कार्रवाई नहीं हो.

जेएनयू मामले में पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए- गहलोत

अभी तक तो वहां के पुलिस के अधिकारी भी और वो सब सस्पेंड होने चाहिए थे, बल्कि निष्कासित होने चाहिए थे. नौकरी से जिनकी निगरानी में गुंडे लोग गए हों नकाबपोश पहनकर के बाहर उनको एस्कॉट करके बाहर लाया गया हो, इसकी जांच होनी चाहिए, इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए कि किसकी शह पर इतनी हिम्मत बढ़ गई पुलिस वालों की, उन्होंने गुंडों को अंदर ले गए. वाइस चांसलर के बारे में ऐसा रवैय्या आज तक कभी नहीं देखा गया है. क्या हो रहा है देश की राजधानी के अंदर सरकार की नाक के नीचे, इसका जवाब देना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी को जवाब देना चाहिए.