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नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, भारत-पाकिस्तान के बीच शांति बहाल नहीं हुई तो अभिनंदन जैसी घटनाएं दोबारा होगी

सिद्धू ने यह भी कहा कि वे अपनी बातों पर अब भी कायम है कि कुछ लोगों के गलत कार्यों की वजह से किसी देश या समुदाय को गलत नहीं ठहराया जा सकता है.

Updated on: 03 Mar 2019, 11:48 PM

अमृतसर:

पंजाब के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को एक बार फिर कहा कि यदि भारत-पाकिस्तान के बीच शांति बहाल नहीं हुई तो अभिनंदन जैसी घटनाएं दोबारा हो सकती हैं. उन्होंने अमृतसर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत मां कोई भी बेटा अपनों से नहीं बिछड़ना चाहिए. गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान रिश्तों को लेकर दिए अपने बयानों को लेकर सिद्धू अक्सर चर्चा में रहते हैं. सिद्धू को अपने बयान के कारण विरोधियों द्वारा 'पाकिस्तान परस्त' और 'देशद्रोही' तक करार दिया जा चुका है.

सिद्धू ने कार्यक्रम में कहा, 'अगर भारत-पाकिस्तान के बीच ऐसी (तनाव) स्थिति और गहराती है तो इस तरह की कई घटनाएं सामने आ सकती हैं. नुकसान के साथ दोनों देश वहां पहुंच जाएंगे जहां से वापस लौटना मुश्किल होगा.'

सिद्धू ने यह भी कहा कि वे अपनी बातों पर अब भी कायम है कि कुछ लोगों के गलत कार्यों की वजह से किसी देश या समुदाय को गलत नहीं ठहराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बातचीत और कूटनीतिक दबाव से आतंक को खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं.

इससे पहले भी सिद्धू ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के दौरान 28 फरवरी को 'आपके चयन पर निर्भर है आपका भविष्य' शीर्षक से दो पन्ने का लेख जारी कर कहा था कि आज सीमा के दोनों तरफ रणनीतिकार एक-दूसरे को आघात पहुंचाने की तैयारी में हैं. उन्हें लगता है कि एक-दूसरे को हानि पहुंचाकर वे खुद को सुरक्षित रख सकते हैं लेकिन यह मृग तृष्णा जैसा है.

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उन्होंने लिखा था, 'हाल ही में हमारे प्रधानमंत्री जी ने भी कहा है- हमारी लड़ाई आतंकवाद और मानवता के दुश्मनों के खिलाफ है. हमारी लड़ाई कश्मीर के लिए है न कि कश्मीरियों के खिलाफ. विदेश मंत्री का भी कहना था- हमारी लड़ाई पाकिस्तान के खिलाफ नहीं है हमारी लड़ाई आतंकवाद और उन्हें बढ़ावा देने वाली सोच से है.'

इससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद देश में पैदा हुए रोष के बीच सिद्धू ने कहा था, 'जहां कहीं भी युद्ध होते हैं व इस तरह (पुलवामा की तरह) की घटनाएं घटित होती हैं, इसके बीच संवाद भी जारी रहना चाहिए. इसका (भारत व पाकिस्तान के बीच मुद्दों का) स्थायी हल खोजने की जरूरत है. इस तरह के लोगों (आतंकवादियों) का कोई देश, धर्म और जाति नहीं होती है. सांप के काटे की दवा सांप का जहर होती है.'

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इस बयान के बाद विपक्ष और खुद पार्टी के भीतर भी सिद्धू की आलोचना हुई थी. इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि हर किसी को अपनी आवाज उठाने का अधिकार है और यह सिद्धू पर है कि वह इस पर अपना रुख स्पष्ट करें.

27 फरवरी को पाकिस्तानी हवाई हमले में भारतीय वायुसेना का मिग-21 दुर्घटना का शिकार हुआ था और विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान ने अपने कब्जे में लिया था. शुक्रवार रात को पाकिस्तान ने अभिनंदन को वापस कर दिया था.