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अमरिंदर सिंह कैबिनेट का बड़ा फैसला, लाल बत्ती का इस्तेमाल नहीं करेंगे मंत्री, अधिकारी

पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में ड्रग्स रोकने के लिए टास्क फोर्स गठन का फैसला लिया गया। जिसका नेतृत्व एडिश्नल डीजीपी करेंगे।

Updated on: 19 Mar 2017, 08:06 AM

highlights

  • पंजाब सरकार ने ड्रग्स रोकथाम के लिए टास्क फोर्स का किया गठन
  • अब मंत्री, विधायक और अधिकारी गाड़ियों में नहीं लगा सकेंगे लाल बत्ती
  • कैबिनेट ने DTO अफसर का पद समाप्त कर दिया है, एसडीएम संभालेंगे पद

नई दिल्ली:

पंजाब में ड्रग्स के खिलाफ प्रचार कर सत्ता में आई कांग्रेस ने पहली कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में ड्रग्स रोकने के लिए टास्क फोर्स गठन का फैसला लिया गया। जिसका नेतृत्व एडिश्नल डीजीपी करेंगे। टास्क फोर्स पंजाब में ड्रग्स के कारोबार पर लगाम लगाएगी।

पंजाब में नई एक्साइज पॉलिसी लाई जाएगी और शराब के ठेकों से मिलने वाले रेवेन्यू में धांधली को रोकने और रेवेन्यू में बढ़ोतरी करने के लिए इस पॉलिसी को लागू किया जाएगा। कांग्रेस की नवनियुक्त सरकार ने 24 मार्च को विधानसभा का सत्र बुलाया है।

साथ ही अमरिंदर सिंह की कैबिनेट ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए भी कदम उठाये हैं। अब मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधायक या नौकरशाह अपनी सरकारी गाड़ियों पर लाल या कोई अन्य बत्ती नहीं लगा सकेंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट करके भी कैबिनेट के फैसले की जानकारी दी।

पंजाब कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में इलेक्शन के दौरान वायदा किया था कि पंजाब में सरकार बनने पर लाल बत्ती और VIP कल्चर खत्म किया जाएगा। इसी कड़ी में ये अहम फैसला कैबिनेट में लिया गया है।

साथ ही ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में बड़ा बदलाव करते हुए कैबिनेट ने DTO अफसर का पद समाप्त कर दिया है। अब इनकी जगह स्थानीय SDM काम संभालेंगे।

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