Assam: NRC लिस्ट से बाहर 19 लाख लोगों के पास अब ये है Option
NRC लिस्ट में जिस आदमी का नाम नहीं होगा, वे विदेशी ट्रिब्यूनल में अपील कर सकते हैं. 120 दिनों के अंदर उन्हें अपील करना होगा. पहले ये समय सीमा 60 दिनों की थी.
highlights
- 30 अगस्त को जारी हुई एनआरसी लिस्ट से नाखुश हैं लोग.
- कांग्रेस के साथ ही साथ बीजेपी के कुछ नेताओं ने जताया असंतोष.
- 19 लाख लोग लड़ सकेंगे कानूनी लड़ाई.
दि:
Assam NRC Indian Citizenship Updates: Assam में जारी हुई नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) की लिस्ट 30 सितंबर को जारी कर दी गई थी. लेकिन अब 19 लाख लोगों का क्या होगा ये बात लोगों को परेशान कर रही है. जिन 19 लाख लोगों का नाम लिस्ट में नहीं हैं, क्या वो लोग विदेशी मान लिए जाएंगे, क्या उन्हें देश से निकाल दिया जाएगा. आखिर अब इन 19 लाख लोगों के पास आगे क्या ऑप्शन है? क्या इन्हें दोबारा मौका मिलेगा?
वहीं दूसरी ओर इस लिस्ट पर राजनीति की रोटियां भी सेकी जा रही हैं. ना सिर्फ कांग्रेस बल्कि BJP भी इस लिस्ट पर सवाल खड़े कर रही है. इसके साथ ही एक बार फिर से इस लिस्ट की जांच की मांग की जा रही है.
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आइये जानते हैं कि 19 लाख लोग जो अब लिस्ट से बाहर हैं क्या कर सकते हैं-
लोगों के पास क्या बचेंगे विकल्प
- केंद्र सरकार ने पहले ही कह रखा है कि NRC लिस्ट में जिसका नाम नहीं होगा, उसे तुरंत विदेशी घोषित नहीं किया जाएगा. बल्कि कानूनी लड़ाई लड़ने का मौका दिया जाएगा.
- NRC लिस्ट में जिस आदमी का नाम नहीं होगा, वे विदेशी ट्रिब्यूनल में अपील कर सकते हैं. 120 दिनों के अंदर उन्हें अपील करना होगा. पहले ये समय सीमा 60 दिनों की थी.
- गृह मंत्रालय का कहना है कि मामले के निपटारे के लिए 1000 ट्रिब्यूनल अलग-अलग फेज में खोले जाएंगे. 100 ट्रिब्यूनल पहले से ही कार्यरत हैं, जबकि सितंबर के पहले हफ्ते में 200 और ट्रिब्यूनल की शुरुआत की जाएगी.
- ट्रिब्यूनल में केस हारने पर लोग हाईकोर्ट में अपील कर सकते हैं. इसके बाद लोग सुप्रीम कोर्ट में भी इसको लेकर अपील कर सकते हैं.
- NRC लिस्ट में जिनका नाम नहीं होगा, उन्हें तुरंत गिरफ्तार नहीं किया जाएगा. जब तक ट्रिब्यूनल उन्हें विदेशी घोषित नहीं करता, तब तक वो भारतीय नागरिक को दिए गए सारे अधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- गौरतलब है कि कुल 3,30,27,661 एप्लिकेशन्स में से 3,11,21,004 लोग अपनी नागरिकता साबित कर पाए और 19 लाख लोग लिस्ट में शामिल नहीं हो सके.
- खुद बीजेपी के कई नेताओं ने आखिरी लिस्ट पर नाखुशी जताई थी जिसमें हेमंत बिस्वा शर्मा भी शामिल हैं. बिस्वा ने कहा कि एनआरसी से लगाई हुई उनकी सभी उम्मीदें खत्म हो गई हैं.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने भी एनआरसी की फाइनल लिस्ट का विरोध किया है. उन्होंने कहा, एनआरसी ने उन सभी को पर्दाफाश कर दिया, जिन्होंने राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की.
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