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भगवान हनुमान की जाति पर चर्चा क्यों हो रही है, कोई और धर्म होता तो मुद्दा बन जाता : उद्धव ठाकरे

उद्धव ने राम मंदिर मसले से लेकर हनुमान की जाति तक के मुद्दे पर भाजपा पर बरसे.

Updated on: 13 Jan 2019, 03:54 PM

नई दिल्ली:

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एक बार फिर भाजपा पर जमकर प्रहार करते नजर आए. उद्धव ने राम मंदिर मसले से लेकर हनुमान की जाति तक के मुद्दे पर भाजपा पर बरसे. उन्होंने सवाल किया कि हनुमान जी की जाति पर चर्चा क्यों हो रही है? उद्धव ने कहा, 'अन्य धर्मों की जाति पर चर्चा करते हैं, तो बवाल हो जाता है लेकिन हनुमान जी की जाति पर चर्चा हो रही है. यह बेहद दुखद है.'

15 लाख खातों में आएंगे, एक जुमला था'

बगैर प्रधानमंत्री का नाम लिए उद्धव ने उनपर भी निशाना साधा. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ' 15 लाख खातों में आएंगे, केवल एक जुमला था और अब राम मंदिर भी एक जुमला है. जब हम अयोध्या गए थे, तो लोगों ने कहा-यह तो बाला साहेब का लड़का आया है, यह तो राम मंदिर बनाकर ही जाएगा. यदि आप इस मुद्दे को भी एक जुमला बना रहे हैं, तो आप पर लोग कैसे भरोसा कर सकते हैं.'

अयोध्या राम मंदिर मसले को लेकर भी उद्धव ने भाजपा का घेराव किया. उन्होंने कहा, 'वे कहते हैं कि जब भी राम मंदिर का मुद्दा उठाओ, तो कांग्रेस बीच में आ जाती है. लोगों ने कांग्रेस को सजा देते हुए आपको बहुमत दिया, लेकिन राम मंदिर तो अभी भी नहीं बना.

आपको बता दें कि राम भक्त कहे जाने वाले हनुमान की जाति को लेकर नेताओं ने खूब बयानबाजी की ..आइए एक नजर में देखते हैं किसने क्या कहा..

सबसे पहले बोले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ

सबसे पहला नाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का है. सीएम योगी ने 27 नवंबर को राजस्थान के अलवर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हनुमान वनवासी, वंचित और दलित थे. उनके इस बयान के बाद राजस्थान के एक दक्षिणपंथी संगठन ने आदित्यनाथ को कानूनी नोटिस भेजकर कहा है कि वह अपने बयान पर माफी मांगें.

एसटी आयोग के अध्यक्ष ने कहा, भगवान हनुमान आदिवासी थे

सीएम योगी के हनुमान को दलित बताने वाले बयान के बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) के अध्यक्ष नंद कुमार साय ने 30 नवंबर को दावा किया था कि भगवान हनुमान आदिवासी थे.

बाबा रामदेव ने बताया- हनुमान क्षत्रिय थे

30 नवंबर को बाबा रामदेव झारखंड की राजधानी रांची में थे. उनसे जब हनुमान जी की जाति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा वो रामभक्त हैं. वे अष्ट सिद्धि के ज्ञानी होने के साथ-साथ क्षत्रिय भी हैं.


शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद बोले हनुमान ब्राह्मण थे

हनुमान की जाति को लेकर हो रही बयाबाजी के बीच शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने उन्हें ब्राह्मण बताया. उन्होंने 1 दिसंबर को मध्‍यप्रदेश के जबलपुर में तुलसीदास जी के लिखी चौपाई का हवाला देते हुए कहा कि हनुमान ब्राह्मण थे न कि दलित. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि राममंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी ईमानदार नहीं है. वह सिर्फ चुनावी फायदे के लिए इस मुद्दे को उछाल रही है.


मंत्री सत्यपाल सिंह बोले- हनुमान किसी जाति के नहीं बल्कि आर्य थे

सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो हनुमान की जाति खोजी थी, लेकिन बीजेपी के केंद्रीय मंत्री ने उनकी नस्ल खोज ली है. अलवर में 30 नवंबर को ही विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए आए केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा कि हनुमानजी दलित नहीं आर्य नस्ल के थे.

सत्यपाल सिंह ने कहा कि राम और हनुमान के समय में जाति व्यवस्था नहीं थी और उस जमाने में वर्ण व्यवस्था थी. बाल्मीकी रामायण और रामचरित मानस के अनुसार उस जमाने में दलित, वंचित और शोषित नहीं थे.


सांसद गोपाल नारायण बोले- हनुमान का दर्जा दलित से भी नीचे

बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह ने गया में 1 दिसंबर को बयान दिया कि हनुमान तो बंदर थे और बंदर पशु होता है, जिसका दर्जा दलित से भी नीचे होता है. वो तो राम ने उन्हें भगवान बना दिया, यही क्या कम है.

साथ ही उन्होंने सीएम योगी का बचाव करते हुए कहा कि योगी के बयानों को गलत तरीके से पेश किया गया है. योगी ने सच ही कहा था और उन्होंने विशेष संदर्भ में उस बात का जिक्र किया था.

आचार्य निर्भय सागर ने कहा- हनुमान जैन थे

मध्यप्रदेश के समसगढ़ के जैन मंदिर में आचार्य निर्भय सागर महाराज ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि जैन धर्म में ऐसे कई संस्मरणों का जिक्र है जिससे ये साबित होता है कि हनुमान जैन धर्म से थे.