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मोदी कैबिनेट के प्रस्ताव पर बोलीं सुप्रिया सुले- ये प्रधानमंत्री जी का बड़प्पन है...

एनसीपी की नेता सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा- ये प्रधानमंत्री जी का बड़प्पन है.

Updated on: 03 Dec 2019, 08:25 PM

नई दिल्ली:

एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad pawar) ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साथ काम करना चाहते थे, लेकिन हमने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया. राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को कहा कि मोदी ने मुझे साथ काम करने का प्रस्ताव दिया था. इसके साथ ही सुप्रिया सुले को मोदी कैबिनेट में जगह देने का भी बात कही थी, लेकिन मैंने मना कर दिया. इस पर एनसीपी की नेता सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा- ये प्रधानमंत्री जी का बड़प्पन है.

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मोदी कैबिनेट के प्रस्ताव पर एनसीपी की नेता सुप्रिया सुले ने कहा कि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़प्पन है कि उन्होंने ऐसा सुझाव दिया है. ऐसा कहने के लिए मैं उनकी आभारी हूं, लेकिन वो हो नहीं पाया. उन्होंने अजित पवार को लेकर कहा कि वह (अजित पवार) भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं. ये हमारी पार्टी और परिवार का आंतरिक मामला है. वह हमेशा मेरे बड़े भाई और पार्टी के वरिष्ठ नेता बने रहेंगे.

बता दें कि शरद पवार ने एक स्थानीय चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि मोदी ने मुझे साथ काम करने का प्रस्ताव दिया था. मैंने उनसे कहा कि हमारे निजी रिश्ते बहुत अच्छे हैं और यह हमेशा उसी तरह रहेंगे. लेकिन, मेरे लिए साथ काम कर पाना संभव नहीं होगा. शरद पवार ने उन खबरों को दरकिनार कर दिया कि मोदी सरकार ने उन्हें राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव दिया था. हालांकि, पवार ने यह कहा कि उनकी बेटी सुप्रिया सुले को मोदी कैबिनेट में जगह दिए जाने का प्रस्ताव दिया गया था.

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एनसीपी अध्यक्ष पवार ने यह बात तब कही, जब उनसे पूछा गया कि शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद पर मांग ठुकराए जाने के बाद बीजेपी का साथ छोड़ दिया और सरकार बनाने के लिए एनसीपी-कांग्रेस का हाथ थामा. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सरकार गठन से पहले शरद पवार ने किसानों के मुद्दे को लेकर नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. तब यह अटकलें तेज हो गई थीं कि एनसीपी अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के बीच महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर सहमति बन गई है.

इससे पहले शनिवार को, शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट जीता. 169 विधायक अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करते हैं. दूसरी ओर, बीजेपी विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में नियुक्त किया गया. 21 अक्टूबर के विधानसभा चुनाव में, भाजपा 105 सीटों पर जीतने वाली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी. 21 अक्टूबर के चुनाव में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने 56, 54 और 44 सीटें जीतीं. तीनों ने मिलकर सरकार बनाई. शिवसेना के उद्धव ठाकरे अब महाराष्ट्र की कमान संभाल रहे हैं.