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अवैध घुसपैठियों पर आजाद मैदान में राज ठाकरे बोले- मेरा देश धर्मशाला नहीं

राज ठाकरे ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो आज आपने ताकत दिखाई, उसका मैं ऋणी हूं. साथ ही मैंने कहा था मोर्चा का जवाब मोर्चा से देंगे.

Updated on: 09 Feb 2020, 05:31 PM

मुंबई:

महाराष्ट्र नव निर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे रविवार को आजाद मैदान पहुंचे. हजारों की संख्या में मनसे कार्यकर्ता भी पहुंचे. राज ठाकरे ने सभा को संबोधित किया. इस दौरान मनसे का मोर्चा भी मौजूद रहे. राज ठाकरे ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो आज आपने ताकत दिखाई, उसका मैं ऋणी हूं. साथ ही मैंने कहा था मोर्चा का जवाब मोर्चा से देंगे. जो मोर्चे देश भर में निकाले गए, खास करके मुसलमानों ने, उसका अर्थ मैं नहीं समझ पाया. जो यहां पैदा हुए, जो रह रहे हैं उनको किसने निकाला? फिर ये मोर्चे क्यों?


पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में जिनपर वहां अत्याचार होगा, उन्हें यहां जगह दी जायेगी. ये कायदा 1955 का है. तब की परिस्थिति अलग थी, अबकी अलग है. पाकिस्तान की परिस्थिति आज क्या हैं सब को पता हैं. केंद्र सरकार की कुछ भूमिका का विरोध किया, तो ये भाजपा के विरोध में और भाजपा की तारीफ़ की, तो भाजपा के समर्थन में, बीच में भी तो कुछ है. 370 और राम मंदिर का मैंने समर्थन किया. राज ठाकरे ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों का अड्डा बना है.

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ओसामा भी आखिर पाकिस्तान में ही मिला. अपने यहां भी बॉम्ब ब्लास्ट हुए, कौन थे इसमें शामिल? मुंबई में ब्लास्ट हुआ, किसने करवाया दाऊद ने. मिला कहां पाकिस्तान में. मेरा देश धर्मशाला नहीं हैं. इस देश मे पानी बिजली की समस्याएं हैं, उतना ही समस्या देश मे घुसपैठियों की हैं. इस देश मे मुसलमान रहते हैं और जहां मराठी मुस्लमान रहते हैं. वहा दंगल नहीं होती. मीरा भायंदर में नाईजीरियन लोग आये हैं. वहां किसी का ध्यान नहीं है.

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केंद्र सरकार से मेरी मांग है, जो देश की आर्थिक स्थिति देखकर कायदा लाओगे, वो कड़ा हो. सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाओगे. दंगल हुई कि हम हिन्दू बनते हैं. एक जगह है वहां दूसरे देश के मुल्ले मौलवी आ रहे हैं. हम क्या करें ब्लास्ट हुए तो मोमबत्तिया निकाले. अगला बॉम्ब ब्लास्ट होने तक इंतजार करते हैं, आखिर क्यों? राज्य सरकार को बोलकर फायदा नहीं. अब केंद्र सरकार को बताना पड़ेगा कि महाराष्ट्र पुलिस को हाथ छोड़कर 48 घंटे दीजिये. महाराष्ट्र में क्राइम रेट कम होगा. मैंने कहा था, मोर्चा को मोर्चा से जवाब देंगे और आगे कुछ करोगे तो पत्थर को पत्थर से और तलवार को तलवार से जवाब देंगे. हिन्दुस्तान में कड़ा रुख अपनाना बेहद जरुरी है. सतर्क रहो जागरूक रहो.