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मुंबई में मेयर चुनाव: BJP से गठबंधन टूटने के बाद शिवसेना को मिला NCP का समर्थन

महाराष्ट्र में अभी सरकार बनी नहीं है. इस बीच मुंबई में मेयर पद के चुनाव को लेकर चर्चाएं होने लगी हैं.

Updated on: 17 Nov 2019, 08:33 AM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में अभी सरकार बनी नहीं है. इस बीच मुंबई में मेयर पद के चुनाव को लेकर चर्चाएं होने लगी हैं. बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन टूटने के बाद अब दोनों दलों के लिए यह पहली परीक्षा है. 22 नवंबर को मुंबई में मेयर का चुनाव है. इस लेकर एनसीपी ने कहा कि अगर मेयर चुनाव में शिवसेना चाहेगी तो एनसीपी उसे समर्थन करने को तैयार है, क्योंकि शिवसेना ने भाजपा से सारे रिश्ते तोड़ लिए हैं.

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बता दें कि मुंबई में ढाई-ढाई साल के अंतराल में मेयर चुना जाता है. इससे पहले फरवरी 2017 में भाजपा के समर्थन से शिवसेना के उम्मीदवार विश्वनाथ महादेश्वर ने जीत हासिल की थी और मुंबई के मेयर बने थे. विश्वनाथ महादेश्वर का कार्यकाल इस साल सितंबर में खत्म हो रहा था, लेकिन विधानसभा चुनाव से उनका कार्यकाल नवंबर तक बढ़ा दिया गया था, अब वहां मेयर का चुनाव हो रहा है.

गौरतलब है कि बीएमसी के पिछले चुनाव में शिवसेना के 84 पार्षद चुनाव जीते थे, जबकि बीजेपी के 82 उम्मीदवारों को जीत मिली थी. कांग्रेस के 31 पार्षद जीते थे, जबकि एनसीपी के 7 व सपा के 6 उम्मीदवारों को जीत मिली थी. बाद में 6 निर्दलीय पार्षद शिवसेना में शामिल हो गए थे. मुंबई में लोगों की सुविधाओं का जिम्मा संभालने वाली बीएमसी का मेयर काफी प्रभावशाली पद होता है. इस नगर निगम का बजट कई राज्यों के बजट से भी ज्यादा होता है. साल 2019-20 के लिए बीएमसी का बजट 30,692 रुपये था.

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इस पद पर अब शिवसेना फिर से कब्जा रखना चाहती है. शिवसेना का 1996 से ही इस पद पर कब्जा रहा है. इस बीच एनसीपी ने ये कहकर शिवसेना को ग्रीन सिग्नल दे दिया है कि अगर शिवसेना चाहेगी तो वे उसे मेयर पद के लिए समर्थन देने को तैयार है. हालांकि, बीजेपी ने इस मसले पर अभी तक अपनी रणनीति का खुलासा नहीं किया है.