logo-image

महाराष्ट्र में बदल सकता है फार्मूला, NCP को 16, शिवसेना को 15 और कांग्रेस को मिल सकते हैं 12 मंत्रालय

महाराष्ट्र में बदल सकता है बंटवारे का फार्मूला, NCP को 16, शिवसेना को 15 और कांग्रेस को मिल सकते हैं 12 मंत्रालय

Updated on: 04 Dec 2019, 11:52 PM

मुंबई:

महाराष्ट्र में सरकार गठन का मामला सुलझने के बाद अब मंत्रालय बंटवारे को लेकर पेंच फंस गया है. मंत्रालय बंटवारे को लेकर जो फॉर्मूला तय हुआ था उसमें बदलाव किया जा सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कहा गया है कि महाराष्ट्र में बंटवारे का फॉर्मूला बदल सकता है. नए फॉर्मूला के तहत NCP को 16, शिवसेना को 15 और कांग्रेस को 12 मंत्रालय मिल सकते हैं. वहीं इससे पहले कुछ और ही फॉर्मूला तय किया गया था. जिसपर तीनों पार्टियों की सहमति बनी थी. लेकिन बताया जा रहा है कि शरद पवार के दबाव के चलते फॉर्मूला में बदलाव किया जा सकता है. 

यह भी पढ़ें- कर्नाटक में 15 सीटों पर उपचुनाव कल, सरकार में बने रहने के लिए BJP को जीतनी होंगे इतनी सीटें

वहीं इससे पहले कांग्रेस (Congress)-एनसीपी (NCP) और शिनसेना (Shiv Sena) के नेताओं की हुई बैठक में मंत्रिमंडल समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई थी. बताया जा रहा है कि तीनों दलों के बीच मंत्रिमंडल को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी. इस बैठक में उद्धव ठाकरे, शरद पवार, अहमद पटेल समेत तीनों दलों के कई दिग्गज नेता शामिल हुए थे. बैठक में सरकार बनाने का फॉर्मूला तय हो गया था. एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, तीनों दलों की बैठक में मंत्रियों के नाम पर चर्चा हुई थी.

यह भी पढ़ें- पूर्व PM मनमोहन सिंह ने सिख दंगे पर दिया बड़ा बयान, कहा- गुजराल की सलाह मानी होती तो ऐसा न होता 

इस मीटिंग में तीनों दल के नेताओं के बीच एक राय बनी थी. विधान परिषद और निगमों के लिए भी सहमति बन गई थी. मंत्रियों ने नाम पर फाइनल मुहर लग गई थी. वहीं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा था कि बैठक में सबकुछ फाइनल हो चुका. वहीं, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कहा था कि सभी मुद्दे सुलझ गए हैं. पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि वे बाद में ऐलान करेंगे. पहले तय फॉर्मूला में बताया गया था कि मुख्यमंत्री के अलावा शिवसेना के पास 15 मंत्री, एनसीपी के पास उपमुख्यमंत्री और 13 अन्य मंत्री, कांग्रेस के पास स्पीकर और 13 मंत्री पद रहेगा. 

यह भी पढ़ें- नागरिकता संशोधन बिल पर भड़के ओवैसी, कहा- Art 14, 21 का उल्लंघन, महात्मा गांधी-आंबेडकर का घोर अपमान

वहीं, अजित पवार (Ajit Pawar) डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देकर घर लौट आए थे. तीनों दलों की बैठक में वह भी शामिल हुए थे. इससे पहले अजित पवार ने राकांपा की बैठक में हिस्सा लिया था. उन्होंने नवनिर्वाचित विधायकों संबोधित करते हुए कहा कि सभी को कल यानी गुरुवार को उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना है. आपको बता दें कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में पिछले एक महीने से चली आ रही सियासी उठापटक का मंगलवार को पटापेक्ष हो गया है. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) गुरुवार को शिवाजी पार्क में सीएम पद की शपथ ली. ऐसा पहली बार हो रहा है जब ठाकरे परिवार का कोई सदस्य मुख्यमंत्री बने.