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Divyang talent show 2019: अपनी हैरत अंगेज स्टेज परफॉर्मेंस से दिव्यांग हिरोज ने लोगों को किया हैरान

मुंबई में रविवार 10 नंवबर को 14वें 'दिव्यांग टैंलेंट शो' का आयोजन किया गया , जिसमें देशभर से आए दिव्यांगों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.

Updated on: 11 Nov 2019, 01:55 PM

नई दिल्ली:

मुंबई में रविवार 10 नंवबर को 14वें 'दिव्यांग टैंलेंट शो' का आयोजन किया गया , जिसमें देशभर से आए दिव्यांगों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. इस शो में दिव्यांग हिरोज ने अपने जबरदस्त परफॉर्मेंस से सबकों सोचने पर मजबूर कर दिया कि शरीर की कमजोरी उनके मजबूत इरादों के सामने कुछ भी नहीं है. इसमें व्हीलचेयर, बैसाखी, कैलीपर्स और कृत्रिम अंगों पर अपने वजन को संभाले हुए चौंकाने वाले स्टंट और डांस करते हुए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.

इसके अलावा ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी और पोलियो जैसी गंभीर चिकित्सीय स्थितियों से पीड़ित 40 से अधिक दिव्यांगों नेस्टंट, डांस सीक्वेंस और रैंप वॉक किया. बता दें कि यह दूसरा मौका था, जब मुंबई में 'दिव्यांग टैलेंट एंड फैशन शो' का आयोजन किया गया. इस शो को नारायण सेवा संस्थान (एनएसएस) की ओर से मुंबई के जेवीपीडी ग्राउंड में आयेाजित किया था.

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देश की वाणिज्यिक राजधानी - मुंबई के दिल में इस एक दिवसीय मेगा सेलिब्रेशन ने दर्शकों को प्रेरित किया और यही कारण रहा कि इसे दर्शकों की तरफ से जबरदस्त प्रतिक्रियाएं मिली. दिव्यांग कलाकारों के इस शानदार प्रदर्शन को देखकर ऐसे अनेक दिव्यांग लोगों को शायद गर्व की अनुभूति हुई होगी, जो इस कार्यक्रम के आयोजक नारायण सेवा संस्थान के सहयोग से अपने जीवन को बदलने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं.

दिव्य हीरोज ने चार दौर के फैशन शो में भाग लिया. उनके लिए अलग-अलग श्रेणियां निर्धारित की गई थीं, जैसे - क्रच राउंड, ग्रुप डांस राउंड, व्हीलचेयर राउंड और कैलीपर राउंड शामिल था.

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इस मौके पर पद्मश्री कैलाश मानव अग्रवाल ने कहा, 'हम हर ऐसे दिव्यांग शख्स को नारायण सेवा संस्थान में मोबाइल रिपेयरिंग, कंप्यूटर और हार्डवेयर मरम्मत के कौशल को निशुल्क सीखने के लिए आमंत्रित करते हैं, जो जरूरतमंद और आगे बढना चाहता है. यथासंभव हम इनके प्लेसमेंट के लिए भी प्रयास करेंगे. हम दिव्यांग हीरोज को मान्यता देते हुए उनके लिए निषुल्क सुधारात्मक सर्जरी, मुफ्त कृत्रिम अंग, व्हील चेयर प्रदान करते हुए उनके मन में जीवन के प्रति आस्था फिर से जगाना चाहते हैं.'

वहीं नारायण सेवा संस्थान के प्रेसीडेंटप्रशांत अग्रवाल ने कहा, 'हमारा लक्ष्य यह है कि दिव्यांग लोग बेहतर तरीके से अपनी जिंदगी जी सकें और इसके लिए उन्हें पर्याप्त कौशल प्रदान करने, स्वास्थ्य संबंधी सहायता प्रदान करने और उन्हें शिक्षित करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करने का प्रयास किया जाता है. जिससे वो समाज में दूसरे लोगों के साथ बराबरी पर खड़े हो सकें.'

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गौरतलब है कि 'नारायण सेवा संस्थान' दिव्यांग लोगों के लिए 1100 बिस्तरों वाला अस्पताल संचालित करता है, जहां यह उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए निषुल्क मेजर सर्जरी का आयोजन करता है. साथ ही उन्हें विभिन्न व्यावसायिक कार्यक्रमों के तहत एक विशिष्ट स्ट्रीम में कौशल प्राप्त करने में मदद करता है और उन्हें रोजगार खोजने में भी सहायता करता है. नारायण सेवा संस्थान के परिसर में एक स्किल सेंटर भी है जहां सिलाई कार्य का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है.