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महाराष्‍ट्र में बनने वाली सरकार लूली-लंगड़ी होगी, संजय निरूपम ने कांग्रेस को किया आगाह

संजय निरुपम ने कहा, 'शिवसेना-बीजेपी (Shiv Sena-Congress) के पाप को कांग्रेस क्यों भुगते. शिवसेना के नेतृत्‍व में बनने वाली सरकार में तीसरे नंबर की पार्टी बनना कांग्रेस को महाराष्‍ट्र में दफन करने जैसा होगा.

Updated on: 21 Nov 2019, 03:40 PM

नई दिल्‍ली:

एक तरफ कांग्रेस (Congress) और एनसीपी (NCP) महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) के नेतृत्‍व में सरकार बनाने की कोशिशों को अंतिम रूप दे रहे हैं, वहीं संजय निरूपम (Sanjay Nirupam) ने कांग्रेस को इसके लिए आगाह किया है. संजय निरूपम का कहना है कि महाराष्‍ट्र में जो भी सरकार बनेगी, लूली-लंगड़ी होगी. संजय निरूपम ने कहा है कि इसमें नुकसान अंतत: कांग्रेस का ही होना है. संजय निरुपम ने कहा, 'शिवसेना-बीजेपी (Shiv Sena-Congress) के पाप को कांग्रेस क्यों भुगते. शिवसेना के नेतृत्‍व में बनने वाली सरकार में तीसरे नंबर की पार्टी बनना कांग्रेस को महाराष्‍ट्र में दफन करने जैसा होगा. अगर कांग्रेस ऐसा करती है तो घातक साबित होगा. उन्‍होंने कहा, महाराष्‍ट्र में पार्टी वैसे भी अच्‍छी हालत में नहीं है, लेकिन शिवसेना के साथ जाने से कांग्रेस की हालत वैसी ही हो जाएगी, जैसी यूपी और बिहार में हो गई है.

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उधर, खबर है कि गुरुवार को दिल्‍ली में कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेताओं की बैठक में शिवसेना के साथ सरकार बनाने को हरी झंडी दे दी गई है. बैठक के बाद महाराष्ट्र के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "हमने राकांपा के साथ अपनी बातचीत के बारे में सीडब्ल्यूसी को जानकारी दी है." तीनों पार्टियों की शुक्रवार को मुंबई में एक बैठक प्रस्तावित है, जहां गठबंधन की घोषणा हो सकती है.

इससे पहले बुधवार को कांग्रेस-राकांपा के बीच पांच घंटे बैठक चली थी, जो लगभग आधी रात खत्म हुई थी और उसके बाद फोन पर शिवसेना के साथ एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति बनी थी.

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गुरुवार सुबह शिवसेना के नेता संजय राउत ने एक ट्वीट करते हुए कहा, महाराष्‍ट्र में सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और यह 1 दिसंबर से पहले पूरी हो जाएगी. सरकार में सहयोगी दलों के साथ मुंबई में एक बैठक होगी, जिसमें साझा न्‍यूनतम कार्यक्रम को लेकर रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा.