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वॉश बेसिन टूटने पर स्कूल ने छात्र को दी बाथरूम साफ करने की सजा, विरोध करने पर काट दिया नाम

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक निजी स्कूल में छात्र को बाथरूम साफ करने की सजा दी गई.

Updated on: 21 Jul 2019, 11:32 AM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक निजी स्कूल में छात्र को बाथरूम साफ करने की सजा दी गई. इतना ही नहीं जब छात्र ने इसका विरोध किया तो स्कूल से उसका नाम ही काट दिया गया है. अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन की इस मनमानी के खिलाफ बाल आयोग में शिकायत दी है.

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दरअसल, राजधानी के गोविंदपुरा इलाके में निजी स्कूल में 8वीं के छात्र से किसी कारण से वॉश बेसिन टूट गया था. जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए छात्र को बाथरूम साफ करने की सजा दी. लेकिन छात्र के सजा से इनकार करने पर और परिजनों की आपत्ति के बाद स्कूल प्रबंधन ने छात्र का स्कूल से नाम काट दिया और टीसी काटकर अभिभावकों को थमा दी.

अभिभावकों का कहना है कि बाथरूम में बच्चे का पैर फिसलने से उसकी पीठ में चोट लगी है, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने न तो उसका इलाज कराया और न ही उन्हें सूचना दी. परिजनों ने आरोप लगाए कि प्रिंसिपल ने स्कूल में पुलिस बुला ली. और हम पर ही स्कूल में शोर मचाने के आरोप लगाए. जिसके बाद स्कूल प्रिंसिपल ने उनके दोनों बच्चों का नाम काटकर उन्हें टीसी दे दी.

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जबकि स्कूल प्रबंधन का कहना है कि बच्चे ने जान-बूझकर वॉश बेसिन को तोड़ा था और अब उसके परिजन बेवजह मामले को बढ़ा रहे हैं. इस मामले में पुलिस का कहना है कि अभिभावकों ने शिकायत दी है, जिसको लेकर जांच की जाएगी. वहीं बाल आयोग ने कहा कि दोनों पक्षों को बुलाकर पूछताछ की जाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी.

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