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Chandrayaan 2 की चांद पर सफल लैंडिंग के लिए खास पूजा, पंडितों ने किए विशेष मंत्रोचारण

पंडितों ने भगवान से प्राथना की है कि चंद्रायन 2 सफलता पूर्वक चांद पर उतरे ताकि देश का नाम रोशन हो और भारत फिर विश्व गुरु बनने के लिए आगे बढ़े.

Updated on: 06 Sep 2019, 11:47 AM

उज्जैन:

इसरो (ISRO-Indian Space Research Organisation) का चंद्रयान 2 (Chandrayaan 2) आज इतिहास रचने वाला है. आज भारत के इस मून मिशन पर दुनियाभर की नजरें टिकी होंगी. 22 जुलाई को शुरू हुआ चांद तक का सफर आज मध्य रात्री के बाद यानी 7 सितंबर के भोर में पूरा होने के कगार पर होगा. चंद्रायन 2 की सफल लेंडिंग को लेकर धर्म नगरी उज्जैन में पूजन पाठ का दौर शुरू हो गया है. विश्वप्रसिद्ध महाकाल मंदिर और भगवान गणेश के मंदिर में विशेष पूजन पाठ किया गया. यहां पंडितों ने भगवान से प्राथना की है कि चंद्रायन 2 सफलता पूर्वक चांद पर उतरे ताकि देश का नाम रोशन हो और भारत फिर विश्व गुरु बनने के लिए आगे बढ़े.

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ऐसी मान्यता है कि किसी भी प्रकार के संकटों के निवारण या अच्छे कार्यों में सफलता के लिए महाकाल मंदिर में विशेष मंत्रोचारण किया जाता है. इन मंत्रोंचारणों से संकट दूर होते हैं और सफलता मिलती है, इसी कारण आज बाबा महाकाल के गर्भगृह में पंडितों द्वारा विशेष मंत्रोचारण किए गए. यहां पंडितों द्वारा अनुष्ठान करने का कारण चंद्रायन 2 की सफल लेंडिंग था. पंडितों ने मंत्र उच्चारण के बाद बाबा महाकाल से यह प्रार्थना की है कि भारत देश पूर्व की तरह फिर विश्व गुरु बने और भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा चंद्रायन 2 भेजने का मकसद पूरा हो मनोकामना पूर्ण हो.

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वहीं इन दिनों देश भर में गणेश उत्सव की धूम है. ऐसी मान्यता है कि गणेश उत्सव के इन दिनों में जो भी प्रार्थना भगवान गजानंद से की जाति है वह निश्चित तौर पर पूर्ण होती है. इसी प्रकार आज भगवान गणेश के मंदिर में पंडित द्वारा चंद्रायण दो की सफल लैंडिंग के लिए भगवान गणेश से प्रार्थना की व मंत्र उच्चारण के साथ विशेष पूजन किया गया. बता दें कि चंद्रयान 2 (Chandrayaan2) शनिवार भोर में करीब 1.30 से 2.30 बजे तक चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. इससे पहले लैंडर विक्रम में से रोवर प्रज्ञान सुबह करीब 5.30 से 6.30 के बीच में बाहर आ जाएगा. प्रज्ञान चंद्रमा की सतह पर एक लूनर डे (चांद का एक दिन) में ही कई प्रयोग करेगा. ज्ञात हो कि चांद का एक दिन धरती के 14 दिनों के बराबर होता है. लेकिन चांद पर लैंडर के उतरने से पहले 15 मिनट का समय काफी अहम होगा.

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