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रेलवे अधिकारी ने अश्लील बता स्टॉल से हटवाई खुशवंत सिंह की नॉवेल

समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न ने केबल उपन्यास को अश्लील करार दिया बल्कि स्टॉल संचालक को यह हिदायत भी दी कि वह अपने स्टॉल पर ऐसे साहित्य न रखे.

Updated on: 21 Nov 2019, 01:36 PM

Bhopal:

रेलवे बोर्ड की यात्री सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न ने बुधवार को भोपाल रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान खुशवंत सिंह के एक उपन्यास को अश्लील करार दिया. समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र रत्न ने केबल उपन्यास को अश्लील करार दिया बल्कि स्टॉल संचालक को यह हिदायत भी दी कि वह अपने स्टॉल पर ऐसे साहित्य न रखे. स्टॉल संचालक को हिदायत देने के बाद भोपाल रेलवे स्टेशन के अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वो इस बात को समय-समय पर जांचें कि इस तरह का अश्लील साहित्य रेलवे स्टेशन में कोई ना बेच पाए.

रमेश चन्द्र रत्न ने कहा कि इस तरह के साहित्य नई पीढ़ियों के भविष्य को खराब कर सकता है, इसलिए इस पर रोक लगाना बेहद ज़रूरी है. 'आजतक' से फोन पर बात करते हुए रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है और कहा है कि फिलहाल अधिकारियों और स्टॉल संचालक को हिदायत दी गई है. इसके लिए अभी कोई लिखित आदेश जारी नहीं किया गया है.

कौन सा था उपन्यास

जानकारी में बताया गया कि कि जिस उपन्यास को लेकर रेलवे बोर्ड की यात्री सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र ने नाराजगी जतायी वह खुशवंत सिंह द्वारा लिखित उपन्यास 'औरतें, सेक्स, लव और लस्ट' था.

कुछ ऐसे थे महान लेखक खुशवंत सिंह

लेखक, कवि और स्तंभकार खुशवंत सिंह ने 80 किताबें लिखीं. इनमें 'ट्रेन टू पाकिस्तान' और 'कंपनी ऑफ वूमन' जैसी बेस्टसेलर किताब हैं. खुशवंत सिंह ने 'हिस्ट्री ऑफ सिख' नाम से सिखों का इतिहास भी लिखा. खुशवंत तीन चीजों से प्यार करते थे. पहला- दिल्ली, दूसरा- लेखन और तीसरा- खूबसूरत महिलाएं. वो खुद को दिल्ली का सबसे यारबाज और दिलफेंक बूढ़ा मानते थे. अपनी जिंदगी की आखिरी सांस तक उन्होंने लिखना नहीं छोड़ा. वह 99 साल की उम्र तक लिखते रहे. उनका निधन साल 2014 में 20 मार्च को हुआ था.