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एक साल के लिए बिड़ला ग्रुप को मिली मध्य प्रदेश की बक्सवाह हीरा खदान

खदान की नीलामी में देश के नामी और बड़े घराने शामिल हुए थे जिसमें बिड़ला ग्रुप ने सबसे ज़्यादा बोली लगाई.

Updated on: 11 Dec 2019, 06:27 PM

Bhopal:

मध्य प्रदेश में के छतरपुर की बक्सवाह हीरा खदान को अब बिड़ला ग्रुप ने हीरा तराशने के लिए ले लिया है. खदान की नीलामी में देश के नामी और बड़े घराने शामिल हुए थे जिसमें बिड़ला ग्रुप ने सबसे ज़्यादा बोली लगाई. इस खदान में 3.50 करोड़ कैरेट हीरे का भंडार है. इसमें बिड़ला ग्रुप अब अगले एक साल तक हीरे की तलाश करेगा. खदान की नीलामी से सरकार को पच्चीस हजार करोड़ से ज्यादा की आय होगी. साथ ही सरकार कंपनी से 11.50 फीसदी हीरा पर रॉयल्टी भी लेगी. छतरपुर की हीरा खदान में 55 हजार करोड़ के हीरा भंडार होने का अनुमान है.

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विदेशी कंपनी को मिला था सर्वे का काम

साल 2007 में दक्षिण अफ्रीका की कंपनी रियो टिंटो को हीरा खदान के सर्वे का काम मिला था. तब सरकार ने ये शर्त रखी थी कि कंपनी खदान से निकलने वाले हीरे का निर्यात नहीं करेगी. हीरे कटिंग और पॉलिशिंग भी प्रदेश में ही करना होगी. ये शर्त रियो टिंटो को मंज़ूर नहीं थी इसलिए उसने प्रोजेक्ट से हाथ खींच लिए थे. प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद हीरा खदान की नये सिरे से नीलामी की गई. इसमें पहले पांच बड़ी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई. लेकिन नीलामी में तीन कंपनियां ही शामिल हुईं. बिड़ला ग्रुप ने सबसे ऊंची बोली लगाकर हीरे की खदान हासिल कर ली है.

इससे पहले सरकार ने 36 जिलों में रेत खदानों की भी नीलामी कर दी है. इससे सरकारी ख़जाने में इस बार 1234 करोड़ रुपए आए जो बीते सालों की कमाई के मुकाबले करीब पांच गुना ज्यादा हैं. अब सरकार सात और जिलों में रेत की नीलामी करने की तैयारी में हैं.