logo-image

MP: शादी करने के चक्कर में युवक हुआ साइबर क्राइम का शिकार, 6 लाख ठगे

मध्य प्रदेश के जबलपुर में साइबर सेल की टीम ने फर्जी मैट्रीमोनियल साइट बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के 4 सदस्यों को पकड़ा है. इसमें दो युवतियां भी शामिल हैं.

Updated on: 15 Sep 2019, 04:39 PM

highlights

  • मैट्रीमोनियल वेबसाइट के जरिए हुई ठगी
  • रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद गिरोह की ही लड़की का नंबर दे देते थे
  • लड़की ही शिकार को ठगने का काम करती थी

भोपाल:

मध्य प्रदेश के जबलपुर में साइबर सेल की टीम ने फर्जी मैट्रीमोनियल साइट बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के 4 सदस्यों को पकड़ा है. इसमें दो युवतियां भी शामिल हैं. गिरोह के सदस्य शादी के नाम पर लोगों का रजिस्ट्रेशन कराते थे. बाद में वह लड़कियों से बात करवा कर रुपये ऐंठते थे. गिरोह छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से संचालित किया जा रहा था. गिरोह के सदस्यों ने मध्य प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ ठगी की है. फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है. साइबर सेल को मिली शिकायत के अनुसार जबलपुर के एक युवक ने शादी के लिए एक वेबसाइट पर रजिस्टर किया था.

यह भी पढ़ें- सेक्स करते हुए बनाए वीडियो, फिर वर्कशॉप मालिक को दिखाकर मांगने लगी पैसे, पहुंची जेल 

रजिस्ट्रेशन के कुछ महीने के बाद जीवन जोड़ी मैट्रीमोनियल से फोन आया. उससे रजिस्ट्रेशन के नाम पर 5000 रुपये लिए गए. शादी के लिए उसके पास लड़कियों के फोटग्राफ्स भेजे गए. युवक को एक लड़की पसंद आई, तो जीवन जोड़ी मैट्रीमोनियल ने उसे लड़की का मोबाइल नंबर दे दिया. 

यह भी पढ़ें- बिजली कटौती से UP सरकार के मंत्री दारा सिंह चौहान भी हुए परेशान, पत्र लिखकर कह डाली ये बात

लड़की ने अपना परिचय रीवा निवासी तनुजा ठाकुर बताया. अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए लड़की ने उससे करीब 6 लाख 50 हजार रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिया. जब युवक को लगा कि उसके साथ ठगी हुई है तो उसने इसकी शिकायत साइबर सेल से की. साइबर सेल की टीम ने जब जांच की तो पता चला कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से यह फर्जीवाड़ा संचालित किया जा रहा था.

यह भी पढ़ें- मंत्रियों की पाठशाला में सीएम योगी बोले- उत्तर प्रदेश को बनाएंगे 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी

पुलिस ने छत्तीसगढ़ पहुंच कर चारो आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार किया. पुलिस ने खुलासा किया कि बेस्टे मैट्रीमोनी और जीवन जोड़ी के नाम से फर्जी मैट्रीमोनियल ऑफिस का संचालन अक्टूबर 2018 से किया जा रहा था. सायबर सेल ने जालसाजी के इस्तेमाल में लाए गए एटीएम कार्ड और धोखाधड़ी कर प्राप्त की गई ठगी की राशि जब्त कर ली है.