आज है सावन महीने का पहला सोमवार, कीजिए बाबा महाकाल के दर्शन
श्रावण मास का पहला सोमवार होने के कारण आज सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है.
नई दिल्ली:
श्रावण मास का पहला सोमवार होने के कारण आज सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. उज्जैन के महाकालेश्वर मन्दिर में दर्शन के लिए श्रद्धालु देर रात से कतार में लगे हुए हैं. तडके 2.30 बजे बाबा महाकाल की भस्मारती शुरू हुई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिए. श्रावण मास भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय माह माना गया है. मान्यता है कि श्रावण माह में शिव आराधना करने से सभी कष्टों से तुरन्त मुक्ति मिलती है.
यह भी पढ़ें- झारखंड : बैद्यनाथ मंदिर से निकले फूल-बेलपत्र से बन रही है जैविक खाद
श्रावण के पहले सोमवार के दिन आज महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की विशेष भस्मारती की गई. भस्मारती के पहले बाबा को जल से नहलाकर महा पंचामृत अभिषेक किया गया. जिसमें दूध, दही, घी, शहद व फलों के रसों से अभिषेक हुआ.
अभिषेक के बाद भांग और चन्दन से भोलेनाथ का आकर्षक श्रंगार किया गया और भगवान को वस्त्र धारण कराये गए. तत्पशचात बाबा को भस्म चढाई गई. भस्मिभूत होने के बाद झांझ-मंजीरे, ढोल-नगाड़े व शंखनाद के साथ बाबा की भस्मारती की गई.
यह भी पढ़ें- Amarnath Yatra 2019: 4000 से अधिक श्रद्धालुओं का जत्था जम्मू से अमरनाथ रवाना
भक्त आज के दिन का विशेष इंतजार करते हैं, इसलिए आज महाकाल के दरबार में सुबह से ही उत्साह और आनंद का माहोल है. महाकाल की भस्मारती शुरू हुई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिए.
श्रावण-भादो मास में सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी निकाले जाने की भी परंपरा है, इसलिए आज शाम को बाबा की सवारी भी निकाली जाएगी. मान्यता है कि अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए सवारी के रूप में राजा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलते हैं. यहां बाबा की सवारी के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु सड़कों के किनारे घंटों इन्तजार करते हैं और महाकाल की एक झलक पाकर अपने आप को धन्य मानते हैं.
यह वीडियो देखें-
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Principles Of Hinduism : क्या हैं हिंदू धर्म के सिद्धांत, 99% हिंदू हैं इससे अनजान
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त में खरीदें सोना-चांदी, भग्योदय होने में नहीं लगेगा समय
-
Hinduism Future: पूरी दुनिया पर लहरायगा हिंदू धर्म का पताका, क्या है सनातन धर्म की भविष्यवाणी
-
Sanatan Dharma: सनातन धर्म की बड़ी भविष्यवाणी- 100 साल बाद यह होगा हिंदू धर्म का भविष्य