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Magnificent MP: पहले दिन मध्य प्रदेश को मिली यह बड़ी सौगातें

मैग्नीफिसेंट मध्य प्रदेश (Magnificent Madhya Pradesh) में राज्य को कई सौगातें मिलीं. इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने राज्य में 45 राष्ट्रीय वितरण केंद्र (National Distribution Centre) खोलने को कहा है.

Updated on: 19 Oct 2019, 10:45 AM

भोपाल:

मैग्नीफिसेंट मध्य प्रदेश (Magnificent Madhya Pradesh) में राज्य को कई सौगातें मिलीं. इसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने राज्य में 45 राष्ट्रीय वितरण केंद्र (National Distribution Centre) खोलने को कहा है. इंडिया सीमेंट (India Cement) एमपी में प्लांट लगाने के साथ-साथ 1200 करोड़ का निवेश करेगी. फाइबर कैमिकल क्षेत्र में इजराइल की कंपनी ऐवगोल 12 सौ करोड़ रुपये का निवेश करेगी. फार्मा और आईटी सेक्टर में भी बड़े निवेश की उम्मीद है.

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मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव एस़ आऱ मोहंती ने शुक्रवार को यहां कहा कि देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज राज्य में 45 स्थानों पर राष्ट्रीय वितरण केंद्र (नेशनल डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर) बनाएगी. मोहंती ने संवाददाताओं से कहा, "रिलायंस इंडस्ट्रीज के वितरण केंद्र एक करोड़ वर्ग फुट (10 लाख मिलियन) क्षेत्र में बनाए जाएंगे. यह घोषणा मुकेश अंबानी ने की है. यह मैग्नीफिसेंट एमपी के सबसे बड़े निवेश की घोषणाओं में से एक है."

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मोहंती ने एमपीएलए लॉजिस्टिक हब पर समानांतर सत्र में कहा, "मध्यप्रदेश की भौगोलिक स्थिति लॉजिस्टिक हब के लिए एकदम उपयुक्त बनाती है. यही कारण है कि राज्य सरकार चुनिंदा जगहों पर ऐसे हब बनाने के संबंध में गंभीर है. उद्योगपतियों से इस सिलसिले में कारगर सुझावों की अपेक्षा है."

मुख्य सचिव ने वेयरहाउसिंग की दृष्टि से मध्यप्रदेश की विशिष्टताओं का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, "वर्ष 2022 तक लॉजिस्टिक कॉस्ट में 10 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य है. मध्यप्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से बड़े राज्यों से घिरा हुआ है. महत्वपूर्ण राज्यों से लगभग बराबर दूरी पर स्थित है. इन तथ्यों के मद्देनजर लॉजिस्टिक्स की दृष्टि से प्रदेश की स्थिति अहम् है. एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू प्रदेश में भूमि की पर्याप्त उपलब्धता है."

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इस सत्र में अडानी विलमार के प्रणव अडानी ने सिंगापुर में आए बदलाव का उल्लेख करते हुए कहा कि देश का हृदय प्रदेश होने के चलते हम कहीं से भी 24 घंटों के भीतर मध्यप्रदेश पहुंच सकते हैं. अडानी ने इस बात पर जोर दिया कि लॉजिस्टिक हब बनने के लिए मध्यप्रदेश बेहद उपयुक्त है और यहां इंडस्ट्रियल कॉरीडोर की स्थापना उपयोगी सिद्ध होगी. सत्र के दौरान कोल्ड स्टोरेज की कमी से संबंधित समस्याओं पर भी चर्चा हुई.

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अर्नस्ट एंड यंग के गौरव तनेजा ने कहा कि सरकार और उद्योगपति मिलकर एक पुख्ता लॉजिस्टिक प्लान बना सकते हैं. ट्रांसपोर्ट से संबंधित विभिन्न पहलुओं का जिक्र करते हुए उन्होंने इस सिलसिले में जरूरी कदम उठाए जाने की अपेक्षा की. तनेजा ने स्किलिंग के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि लॉजिस्टिक को स्किल्ड लोगों की आवश्यकता है. वॉल मार्ट के सीईओ कृष अय्यर ने प्रदेश में लॉजिस्टिक हब को उपयोगी बताया.