मध्य प्रदेश में बाढ़ से हाहाकार, करीब 10 हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान
मध्य प्रदेश में बारिश से चारो तरफ हाहाकार मचा हुआ है. रिकॉर्ड तोड़ बारिश से करीब 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. मध्य प्रदेश में औसतन से 33 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है.
भोपाल:
मध्य प्रदेश में बारिश से चारो तरफ हाहाकार मचा हुआ है. रिकॉर्ड तोड़ बारिश से करीब 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. मध्य प्रदेश में औसतन से 33 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. सरकार का दावा है कि हालात से निपटने के लिए पहले से ही इंतजाम कर रखे थे. इस कारण से नुकसान कम हुआ. बारिश के कारण 20 फीसदी भू-जल स्तर बढ़ गया है.
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मध्य प्रदेश में इस बार बारिश ने इतना हाहाकार मचाया है कि सेना की मदद लेनी पड़ रही है. सतना, सीधी और शहडोल को छोड़कर पूरे प्रदेश में बारिश औसत से ज्यादा हुई है. आफत के कारण हर तरफ बाढ़ के हालात बने हैं. मंदसौर में 75 फीसदी बारिश हो चुकी है और नीमच में बस्ती का हाल ये है कि गलियों में नाव चल रही है. बारिश के कारण सरकार ने मुख्य सचिव एस आर मोहंती को मालवा भेजा है.
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इंदौर में एस आर मोहंती ने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए तीन महीने पहले ही आपदा प्रबंधन की योजना बना ली गई थी. सेना को भी इसके लिए मुस्तैद रखा गया था. बारिश से करीब 10 हजार करोड़ का नुकसान तो हुआ लेकिन बाढ़ के मुकाबले कम है. अगर पहले से इंतजाम न किए गए होते तो ये नुकसान कहीं ज्याद होता.
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सीएम मोहंती का कहना है कि प्रदेश सरकार ने 3 महीने पहले से ही प्लानिंग शुरु कर दी थी. अगर यह न किया गया होता तो बाढ़ से हालात कहीं ज्यादा बिगड़ जाते. उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण प्रभावित प्रदेश के नीमच, मंदसौर, भिंड, मुरैना सहित सभी इलाकों में स्थिति नियंत्रण में है.
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