मध्य प्रदेश के मंत्री गोविंद सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को दी नसीहत, BJP का काम वो ना करें
गोविंद सिंह ने सिंधिया के बयान पर कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता हैं. उन्हें सार्वजनिक तौर पर इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए.
नई दिल्ली:
मध्य प्रदेश कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने ही सरकार के खिलाफ हो गए हैं. सीएम कमलनाथ भी सिंधिया के बयान के बाद उखड़े हुए हैं और उन्होंने कह दिया है कि उन्हें सड़क पर उतरना है तो उतरे. वहीं अन्य नेता भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगावती तेवर को शांत करने में लगे हुए हैं.
मध्य प्रदेश के मंत्री गोविंद सिंह ने सिंधिया के बयान पर कहा, 'ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता हैं. उन्हें सार्वजनिक तौर पर इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. जो काम राज्य की जनता ने शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी को दी है, वो हमारी पार्टी द्वारा नहीं की जानी चाहिए.
इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के कर्ज माफी के वादे पूरे नहीं करने के लिए सड़क पर उतरने की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि जो कोई भी सड़कों पर उतरना चाहता है वह कर सकता है. राज्य सरकार 5 सालों में अनपे वादे को पूरा करने लिए प्रतिबद्ध है. एक साल में नहीं.
Madhya Pradesh Minister Govind Singh: Jyotiraditya Scindia is a senior leader of the Congress party, he should not make such statements publicly. The work which has been given to Shivraj Singh Chauhan & BJP by the people of the state, must not be done by our party leaders. https://t.co/td6gQY5Gal
— ANI (@ANI) February 16, 2020
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अगर सरकार चुनाव में किए गए वादों को पूरा नहीं करती है तो वो सड़क पर उतरेंगे.
इसे भी पढ़ें:केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक बोले- JNU-जामिया अच्छे संस्थान हैं, बदनामी बर्दाश्त नहीं होगी
वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मुझे बीच बचाव करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इन दोनों नेताओं के बीच संवादहीनता की स्थिति नहीं है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जहां तक सिंधिया जी का सवाल है, सिंधिया जी ने जो कहा है उस पर कहीं किसी प्रकार की वो बात नहीं है. उन्होंने कहा, ‘कारण ये है कि वचन पत्र हमारा है. वचन पत्र पांच साल के लिए होता है. पांच साल में अभी सवा साल हुआ है और उसमें भी अतिथि शिक्षकों की मांग पर चर्चा चल रही है’
और पढ़ें:अरविंद केजरीवाल ने शपथ ग्रहण समारोह में मंच से मांगा PM मोदी का आशीर्वाद, कही ये बड़ी बात
उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को बीच बचाव करने की जरूरत ही नहीं है. कमलनाथ और सिंधिया के बीच में संवादहीनता की कोई स्थिति नहीं है. हमलोगों की आज बैठक थी और उसमें सभी बातें हुई है. ये भी खबर है कि वह नाराज होकर चले गए, जो बिल्कुल गलत है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024: दिल्ली के प्राचीन हनुमान मंदिर में आज लगी है जबरदस्त भीड़, जानें इसका इतिहास
-
Jyotish Upay: आधी रात में भूत-प्रेत के डर से बचने के लिए मंत्र और उपाय
-
Hanuman Jayanti 2024 Wishes: आज हनुमान जयंती की पूजा के ये हैं 3 शुभ मुहूर्त, इन शुभ संदेशों के साथ करें सबको विश
-
Maa Laxmi Upay: देवी लक्ष्मी की चैत्र पूर्णिमा की रात करें ये उपाय, पाएं धन-वैभव और समृद्धि