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CAA Protest को लेकर मध्य प्रदेश के इन जिलों में लगी धारा 144

मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) के विरोध में रैली जुलुस और धरना प्रदर्शन पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamal Nath) ने प्रशासन को सख्त निर्देश जारी किए हैं.

Updated on: 19 Dec 2019, 10:03 PM

नई दिल्‍ली:

मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) के विरोध में रैली जुलुस और धरना प्रदर्शन पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamal Nath) ने प्रशासन को सख्त निर्देश जारी किए हैं. संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ बृहस्पतिवार को मध्यप्रदेश के 11 जिलों में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुए. वहीं, सीएए एवं एनआरसी पर देश में हो रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर कांग्रेस नीत मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश के 52 जिलों में से 43 जिलों में निषेधाज्ञा लागू की है. 

मध्यप्रदेश पुलिस स्टेट सिच्युएशन रूम के इंस्पेक्टर हर्मन लाकडा ने बताया कि राज्य सरकार ने एहतियाती तौर पर प्रदेश के 43 जिलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है. उन्होंने कहा, ‘जिन 11 जिलों में सीएए एवं एनआसी के विरोध में प्रदर्शन हुए, उनमें भोपाल, शाजापुर, खंडवा, खरगोन, सिवनी, ग्वालियर, बैतूल, रतलाम, बड़वानी, सागर एवं उज्जैन शामिल हैं. इन जिलों में प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे.’

लाकडा ने बताया, ‘प्रदेश के नौ जिलों में धारा 144 नहीं लगाई गई है। इनमें गुना, शिवपुरी, अलीराजपुर, बैतूल, धार, होशंगाबाद, डिंडोर, टीकमगए़ एवं निवाड़ी जिले शामिल हैं.’ उन्होंने कहा कि कुछ जिलों में बुधवार को धारा 144 लगाई गई थी, जबकि अन्य में बृहस्पतिवार सुबह को लगाई गई है.

बता दें कि कलेक्टर परिसर के विवेकानंद सभागृह में गुरुवार को एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें कलेक्टर गोपालचंद्र डाड के निर्देशन में आला अधिकारियों को धारा 144 को लेकर दिशानिर्देश जारी किए गए. इस दौरान खरगोन कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने बताया की समाज में अमन चैन शान्ति भाव से शासन के दिशानिर्देशानुसार प्रदेशभर में रैली जुलुस और धरना प्रदर्शन पर रोक लगाई है.

बता दें कि लखनऊ में गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन को अंजाम दिया. कई बसों में तोड़फोड़ की. बसों को आग के हवाले कर दिया. साथ ही मीडिया ओबी वैन को भी आग के हवाले कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकियों पर हमला किया. इसी बीच भीड़ की हिंसा को दबाने के दौरान पुलिस कार्रवाई में घायल हुए एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है. हालांकि पुलिस अभी यह क्लियर नहीं किया है कि मौत फायरिंग की वजह से हुई है या नहीं. मारे गए शख्स का नाम मोहम्मद वकील है. वहीं मंगलौर में 2 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई.

प्रदर्शनकारी युवक के पेट में गोली लगी. लखनऊ के ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. हुसैनाबाद में बवाल के दौरान चली गोली में उसकी मौत हुई. युवक सज्जाद बाग का रहने वाला था. उधर मंगलौर में भी हिंसक प्रदर्शन जारी है. उग्र प्रदर्शन में पुलिस के 20 जवान घायल हो गए हैं. वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिनका इलाज आईसीयू में चल रहा था. लेकिन उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. अभी तक कुल 3 लोगों की मौत हो गई. दो की मौत मंगलौर में और लखनऊ में एक की मौत हो गई.