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लोकसभा चुनाव 2019: दिग्विजय सिंह के सामने चुनाव लड़ सकती हैं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में भोपाल लोकसभा सीट कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के कारण बेहद हाई प्रोफाइल मानी जाती रही है. लेकिन इस बार सीट की चर्चा की वजह कुछ और है.

Updated on: 12 Apr 2019, 04:51 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में भोपाल लोकसभा सीट कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के कारण बेहद हाई प्रोफाइल मानी जाती रही है. लेकिन इस बार सीट की चर्चा की वजह कुछ और है. माना जा रहा है कि मालेगांव बम ब्लास्ट के कारण चर्चा में आईं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भाजपा टिकट दे सकती है. बुधवार को दिल्ली में RSS की बैठक में एक बार फिर साध्वी प्रज्ञा के नाम की चर्चा तेज हो गई.

एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान साध्वी ने कहा कि अगर पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहती है तो वह पीछ नहीं हटेंगी. साध्वी ने कहा कि जिस दिग्विजय सिंह ने हिंदू धर्म को पूरे संसार में बदनाम किया. भगवा ध्वज को आतंकवाद के रूप में प्रचारित किया. आध्यात्म और त्यागमय जीवन पर आक्षेप किया और राष्ट्रधर्म को कलंकित किया। उनके खिलाफ यदि मुझे चुनाव लड़ना पड़े तो भी मैं पीछे नहीं हटूंगी.

किंगमेकर के बजाय अब किंग बनने की तैयारी
यह पूछे जाने पर कि वह ब्लास्ट के केस में काफी दिनों से जेल में बंद थीं और अब राज्य में कांग्रेस की सरकार है तो जनता का समर्थन कैसे हासिल करेंगी, इस पर उन्होंने कहा कि वह बचपन से ही राजनीति करती आ रही हैं. अभी तक वह किंगमेकर की भूमिका में थीं.

लेकिन अब अगर संगठन के आदेश पर किंग बनना पड़े तो वह इसके लिए तैयार हैं. वो एक राष्ट्रभक्त हैं और राष्ट्र के विरुद्ध बात करने वालों के लिए, पापी और दुरात्मा को समाप्त करने के लिए कुछ भी करेंगी. उन्होंने कहा कि आज दिग्विजय सिंह साधु-सन्यासियों से घिरे रहते हैं. लेकिन इससे वह साधु संत नहीं हो सकते.

जब उनसे पूछा गया कि भोपाल लोकसभा के लिए नाम की घोषणा कब होगी? इस पर उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल को नामांकन है, पार्टी उससे पहले ही नाम की घोषणा करेगी. कांग्रेस ने 23 मार्च को भोपाल लोकसभा सीट से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के नाम की घोषणा की थी. जिसके बाद से ही साध्वी प्रज्ञा सिंह के नाम की चर्चा है.

साध्वी प्रज्ञा
साध्वी प्रज्ञा, मध्य प्रदेश के एक मिडिल क्लास परिवार से हैं. शुरुआत में वह संघ और विहिप से जुड़ गईं. जिसके बाद उन्होंने सन्यास ले लिया. 23 अक्टूबर 2008 में हुए मालेगांव बम ब्लास्ट में उन्हें शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया. 25 अप्रैल 2017 में सबूत न होने के कारण उन्हें जमानत दे दी गई. हाल ही में उन्हें इस मामले में दोषमुक्त करार दे दिया गया.

भोपाल में 16 को नॉमिनेशन
बता दें कि भोपाल लोकसभा सीट पर 12 मई को चुनाव होना है. इसके लिए 16 अप्रैल को नॉमिनेशन भरा जाएगा. 23 अप्रैल को नामांकन की अंतिम तारीख है. 24 अप्रैल को स्क्रूटनी होगी. 12 मई को होने वाले चुनाव में मध्य प्रदेश की 8 सीटों पर मतदान होगा.