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साध्वी पर दिग्विजय सिंह का हमला, बोले- 'गोडसे को देशभक्त बताना देशद्रोह है'

लोकभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में गोडसे के देशद्रोही और देशभक्त होने की बहस तेज हो गई है. बृहस्पतिवार को भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया. उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे देश भक्त थे, हैं और रहेंगे. जिसके बाद कांग्रेस को बीजेपी पर निशाना साधने का मौका मिल गया.

Updated on: 16 May 2019, 04:54 PM

highlights

  • साध्वी ने गोडसे को बताया था देशभक्त
  • कांग्रेस ने बताया गांधीवादी मूल्यों का तिरस्कार
  • कमल हासन के 'हिंदू आतंकवाद' के बयान से बढ़ा विवाद

भोपाल:

लोकभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में गोडसे के देशद्रोही और देशभक्त होने की बहस तेज हो गई है. बृहस्पतिवार को भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया. उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे देश भक्त थे, हैं और रहेंगे. जिसके बाद कांग्रेस को बीजेपी पर निशाना साधने का मौका मिल गया.

भोपाल से ही कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने कहा कि मोदी जी, अमित शाह जी और राज्य की भाजपा को साध्वी के बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. मैं साध्वी के बयान की निंदा करता हूं. नाथूराम गोडसे महात्मा गांधी का हत्यारा था. उसका महिमा मंडन करना देशभक्ति नहीं बल्कि देशद्रोह है.

आपको बता दें कि कमल हासन ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि आजाद भारत का पहला आतंकवादी एक हिंदू था. जिसका नाम नाथूराम गोडसे था. बृहस्पतिवार को भोपाल (Bhopal) में जब साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) से पूछा गया कि कमल हासन (Kamal Hasan) ने नाथूराम गोडसे को महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की हत्या करने वाला पहला हिंदू आतंकवादी (Hindu Terrorist) बताया है. इसके जवाब में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक चौंकाने वाला बयान दिया.

साध्वी ने कहा कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे. उनको आतंकवादी कहने वाले लोग पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें. इस तरह की बयानबाजी करने वाले लोगों को इस चुनाव में जवाब दे दिया जाएगा. यह पूछे जाने पर कि क्या आप नाथूराम गोडसे का समर्थन करती हैं तो साध्वी ने कोी जवाब नहीं दिया. दिग्विजय सिंह से पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि मोदी और शाह की चहेती ने गोडसे को राष्ट्रभक्त बताया है. उन्होंने देश का अपमान किया है. यह भारत के गांधीवादी मूल्यों का तिरस्कार है.