logo-image

मध्य प्रदेश में कुमार मंगलम बिड़ला बनाएंगे 100 हाईटेक गौशालाएं

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने मुंबई दौरे के दौरान कई बड़े औद्योगिक घरानों से नाता रखने वाले प्रतिनिधियों से मुलाकात की और राज्य में निवेश के संदर्भ में चर्चा की.

Updated on: 09 Aug 2019, 09:22 AM

highlights

  • बिड़ला उद्योग समूह ने 100 गौशालाएं बनाने पर सहमति दी
  • 18 महीने में बनाई जाएंगी ये गौशालाएं
  • मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुकेश अंबानी से भी मुलाकात की

मुंबई/भोपाल:

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने मुंबई दौरे के दौरान कई बड़े औद्योगिक घरानों से नाता रखने वाले प्रतिनिधियों से मुलाकात की और राज्य में निवेश के संदर्भ में चर्चा की. बिड़ला उद्योग समूह के कुमार मंगलम बिड़ला ने राज्य में 100 हाईटेक गौशालाएं बनाने पर सहमति जताई है. मुख्यमंत्री कमलनाथ बुधवार को मुंबई पहुंचे थे.

यह भी पढ़ें- धारा-370 हटने से सबसे ज्यादा मेरठ के बल्ले वालों की बल्ले-बल्ले, जानिए क्यों 

उनकी बुधवार की रात को रिलायंस इंडस्टीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी से मुलाकात हुई. कई प्रमुख विषयों पर चर्चा हुई. गुरुवार को कमलनाथ की कई उद्योगपतियों से वन-टू-वन मुलाकात हुई साथ ही समूहों से भी चर्चा हुई. राज्य के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी किए गए आधिकारिक बयान में बताया गया है कि गुरुवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ की पहल पर बिड़ला उद्योग समूह के कुमार मंगलम बिड़ला ने मध्यप्रदेश में 100 हाईटेक गौ-शालाओं का निर्माण करने पर अपनी सहमति दे दी है.

यह भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश: पति ने पहले तीन तलाक दिया, फिर नाक काट दी 

ये गौ-शालाएं अगले 18 महीनों में बिड़ला समूह की सामाजिक जिम्मेदारी निधि से बनाई जाएगी. कुमार मंगलम बिड़ला ने गुरुवार को मुंबई में मध्यप्रदेश के उद्योग परिदृश्य पर कमलनाथ से चर्चा की. कमलनाथ ने रोजगार निर्माण के लिए नए उद्योगों में निवेश संभावनाओं को रेखांकित किया. कमलनाथ ने कहा कि निवेश और विश्वास परस्पर एक दूसरे पर निर्भर हैं. मध्यप्रदेश विश्वास का वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.

यह भी पढ़ें- अखिलेश सरकार में DGP रहे जगमोहन यादव पर जमीन कब्जाने का आरोप, FIR दर्ज 

उन्होंने कहा कि सबसे पहली प्राथमिकता है कि निवेश के साथ साथ रोजगार निर्माण हो. रोजगार के बिना औद्योगिक विकास मध्यप्रदेश जैसे राज्य के लिए अर्थपूर्ण नहीं है. राज्य में कौशल संपन्न, प्रतिभाशाली और मेहनती युवा शक्ति की कमी नहीं है. उन्हें सिर्फ रोजगार के अवसर चाहिए.

उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र के लिए अलग से निवेश नीति बनाई जाएगी. सभी क्षेत्रों की आवश्यकताएं अलग-अलग होती हैं. एक ही नीति सभी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि ड्राई पोर्ट, सैटेलाइट शहर, उच्चस्तरीय कौशल विकास केंद्र, आíटफिशियल इंटेलीजेंस और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में मध्यप्रदेश को तेजी से आगे बढ़ाना है.

यह भी पढ़ें- Uttar Pradesh: BJP ने उत्तर प्रदेश से नीरज शेखर को बनाया राज्यसभा उम्मीदवार

मुख्यमंत्री ने महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध संचालक पवन गोयनका से ई-रिक्शा और ई-ऑटो निर्माण की संभावनाओं पर भी चर्चा की. कमलनाथ ने कहा कि आíथक रूप से कमजोर वर्गो के लिए आवास उपलब कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का क्षेत्र है. देश के अन्य राज्यों में इस दिशा में हुए कामों का अध्ययन कर मध्यप्रदेश के लिए एक आदर्श नीति बनाई जाएगी.

यह भी पढ़ें- स्वतंत्रता दिवस पर मदरसों में राष्ट्रगान गाने के लिए एडवायजरी पर मौलाना ने कह डाली ये बात

गुरुवार को कमलनाथ की शापूर पलोनजी समूह के साइरस मिस्त्री के साथ स्र्माट सिटी के विकास, नए अस्पताल, वित्तीय अधोसंरचना परियाजनाओं, शहरी परियोजनाओं में विदेशी पूंजी निवेश पर चर्चा हुई. कमलनाथ की सीआईआई के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक हुई. इसके साथ ही मुख्यमंत्री की 'इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज इन मध्य प्रदेश' के इंटरेक्टिव सेशन में प्रमुख उद्योगपतियों के साथ बैठक हुई.

इससे पहले मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश के नए भवन मध्यलोक का लोकार्पण किया और कहा कि मुंबई में मध्यप्रदेश भवन बनने के बाद प्रदेश से पर्यटन, व्यापार और चिकित्सा सुविधा के लिए आने वाले लोगों को लाभ होगा. साथ ही शासकीय कार्य से आने वालों को भी आवास सुविधा उपलब्ध होगी.