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हनीट्रैप सेक्स कांड की सूचनाएं एसआईटी के कान खड़े करने वाली

मध्य प्रदेश के हनी ट्रैप सेक्सकांड की वक्त गुजरने के साथ भूलभुलैया और लंबी होती जा रही है. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, रहस्यमय सूचनाएं और जानकारियां सामने आ रही हैं.

Updated on: 01 Oct 2019, 10:26 AM

भोपाल:

मध्य प्रदेश के हनी ट्रैप सेक्सकांड की वक्त गुजरने के साथ भूलभुलैया और लंबी होती जा रही है. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, रहस्यमय सूचनाएं और जानकारियां सामने आ रही हैं. कई नेताओं और अफसरों से जुड़ी जानकारियों और सूचनाओं ने एसआईटी के कान खड़े कर दिए हैं, क्योंकि ये सूचनाएं उम्मीद से ज्यादा चौंकाने वाली हैं. हथकरघा से बने कपड़े का एक सूत पकड़ते ही उसकी लंबाई लगातार बढ़ती जाती है, तो दूसरी तरफ कपड़े का आकार लगातार छोटा होता जाता है. यही हाल हनीट्रैप सेक्स कांड की जांच कर रही एसआईटी (विशेश जांच दल) के साथ है. एक तरफ एसआईटी के सामने पकड़ी गईं पांच महिलाओं ने राज खोले तो दूसरी ओर जारी की गई ईमेल आईडी पर चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं.

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एसआईटी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आमजन से जानकारी और सूचनाएं हासिल करने के लिए ईमेल आईडी जारी की गई. ईमेल के अलावा अन्य माध्यमों से बीते पांच दिनों में 50 से ज्यादा जानकारियां लोगों ने साझा की हैं. इनमें कई बड़े अफसरों, नेताओं की तस्वीरों के साथ वीडियो क्लिप भी हैं. अब तक आई जानकारी में यह भी बताया गया है कि संबंधित व्यक्ति का नाता किससे है और उसे यह सुविधा किसके माध्यम से, किस काम के एवज में उपलब्ध कराई गई है.

सूत्रों के अनुसार, तस्वीरों और वीडियो में नजर आने वाले पुरुष की तो पहचान हो जा रही है, मगर उनके साथ जो महिला दिख रही है, उसे पहचाना नहीं जा पा रहा है, क्योंकि महिला की तस्वीर का मिलान नहीं हो पा रहा है. कुछ महिलाओं की तस्वीरों का सोशल मीडिया के जरिए मिलान किया जा रहा है, मगर बड़ी संख्या में ऐसी हैं, जो सोशल मीडिया पर सक्रिय ही नहीं हैं. 

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सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक तौर पर सबसे ज्यादा सूचनाएं आईएएस और आईपीएस अफसरों से संबंधित आई हैं. कई अधिकारी तो ऐसे हैं, जिनके अलग-अलग महिलाओं के साथ वीडियो और तस्वीरें भी हैं. वीडियो और तस्वीरों में नजर आने वाली युवतियों में बड़ी संख्या में कम उम्र की हैं. जिन अफसरों की तस्वीरें हैं, उनमें से कई अधिकारी वर्तमान में जिम्मेदार पदों पर हैं और उनकी सरकार में निकटता अब भी पूर्व की तरह बनी हुई है.

सोशल मीडिया पर पूर्व मुख्यमंत्री सहित अनेक नेताओं के वीडियो वायरल हो रहे हैं. इनकी न तो कोई पुष्टि कर रहा है और न ही नकार रहा है. एसआईटी प्रमुख संजीव शमी ने पिछले दिनों इस मामले को गंभीर बताते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया था. उन्होंने कहा था कि यह गंभीर मामला है. अगर बड़े अधिकारी कंप्रोमाइज कर रहे हैं, तो इसकी जांच के लिए जो एसआईटी बनी है, उसका महत्व बहुत ज्यादा है. इसका असर भी बहुत ज्यादा है. जहां तक लोगों के नाम आने की बात हो रही है, जिस पर अपराध पाया जाएगा उसके नाम सामने आएंगे.