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लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने CAA का विरोध करने वालों को करारा जवाब दिया

लोकसभा की पूर्व स्पीकर और बीजेपी नेता सुमित्रा महाजन ने नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करने वालों पर करारा हमला बोला है.

Updated on: 25 Jan 2020, 10:20 AM

इंदौर:

लोकसभा (Lok sabha) की पूर्व स्पीकर और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता सुमित्रा महाजन ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का विरोध करने वालों पर करारा हमला बोला है. सुमित्रा महाजन (Sumitra Mahajan) ने सीएए के खिलाफ देशभर में जारी आंदोलनों को अनुचित बताया और कहा कि ऐसे धरना-प्रदर्शनों से यह कानून निरस्त नहीं कराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ चल रहे धरने-प्रदर्शन सरासर गलत हैं. महाजन शुक्रवार को इंदौर (Indore) में बीजेपी की एक सभा को संबोधित कर रही थीं.

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पूर्व स्पीकर लोकसभा ने सभा में कहा, 'विरोध प्रदर्शनों की वजह से कानून को रद्द नहीं किया जा सकता है. भारत में लोकतंत्र मजबूत है और संविधान व्यवस्थित है. विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के अधिकारों को परिभाषित किया गया है. यदि आपको कोई समस्या है, अगर तुम्हें (सीएए विरोधियों को) इस कानून में कुछ गलत लगता है तो वह सर्वोच्च न्यायालय में जाएं और उसके निर्णय की प्रतीक्षा करें.'

सुमित्रा महाजन ने आगे कहा, 'सीएए उस सरकार ने बनाया है, जिसे मतदाताओं ने दो तिहाई बहुमत दिया है. संविधान के प्रावधानों के मुताबिक राज्य सरकारें ऐसा नहीं कह सकतीं कि वे केंद्र के बनाए किसी विशेष कानून को नहीं मानेंगी.' महाजन ने राजगढ़ में कलेक्टर निधि निवेदिता और डिप्टी कलेक्टर द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारे जाने की घटना की भी निंदा की. उन्होंने कहा कि देश की महिलाएं सेना में भर्ती होकर दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हैं, लेकिन उन्हें हर जगह झांसी की रानी नहीं बनना चाहिए.

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वहीं दूसरी ओर, इंदौर में कमलनाथ सरकार की नीतियों के खिलाफ शुक्रवार बीजेपी ने सभा और विरोध-प्रदर्शन किया था. इस दौरान पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के अलावा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष राकेश सिंह, लोकसभा सांसद शंकर लालवानी और शहर की महापौर व विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ समेत हजारों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. बीजेपी नेताओं ने कमलनाथ सरकार पर माफिया रोधी अभियान की आड़ में सूबे के प्रमुख विपक्षी दल के नेता-कार्यकर्ताओं पर राजनीतिक दुर्भावनावश गलत कार्रवाई करने का आरोप लगाया.