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राजा भोज को लेकर नया विवाद शुरू, नगर निगम और सरकार आमने-सामने

राजधानी भोपाल में आयोजित 'रेन वॉटर हार्वेस्टिंग' कार्यशाला में राजा भोज को लेकर एक बार फिर से नया विवाद खड़ा हो गया.

Updated on: 04 Aug 2019, 08:00 AM

नई दिल्ली:

राजधानी भोपाल में आयोजित 'रेन वॉटर हार्वेस्टिंग' कार्यशाला में राजा भोज को लेकर एक बार फिर से नया विवाद खड़ा हो गया. दरसअल, कार्यक्रम में एक बैनर लगा गया था, जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का फोटो चस्पा किया गया था और इसी बात का विरोध महापौर आलोक शर्मा ने किया. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में सहभागिता नगर निगम की भी है, इसलिए नगर निगम का लोगो यानी राजा भोज का फोटो भी बैनर में होना चाहिए था. महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि पहले भी कई कार्यक्रम हो चुके हैं और उसमें भी राजा भोज का फोटो नहीं लगाया गया, जिससे पता चलता है कि मध्य प्रदेश में राजनीति कौन कर रहा है.

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इस मामले में जनसंपर्क एवं कानून मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि आलोक शर्मा खुद का बैनर में फोटो चाहते हैं, जबकि उन्हें फोटो की राजनीति छोड़ देना चाहिए. वहीं नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर ने भी महापौर आलोक शर्मा पर आरोप लगाया और कहा कि आलोक शर्मा जो राजनीति करते हैं, उसे जनता का भला नहीं होताय आलोक शर्मा को चाहिए कि वह जनता के सामने बजट पेश करें कि आखिर वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर क्या किया गया. मोहम्मद सगीर ने कहा कि फोटो के विवाद पर सगीर ने कहा कि राजा भोज तो एक बहाना है. महापौर खुद का फोटो बैनर में चाहते हैं. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि राजा भोज के अलावा पहली बार उन्होंने भोपाल के नवाब का नाम लिया है.

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राजधानी भोपाल की प्रशासन अकादमी में नगर निगम ने जल शक्ति अभियान के तहत 'रेन वाटर हार्वेस्टिंग' पर कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला में मंत्री पीसी शर्मा, महापौर आलोक शर्मा, निगम परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान, नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त पी. नरहरि शामिल हुए. कार्यशाला का मुख्य उदेश्य बारिश के पानी को वाटर हार्वेस्टिंग की मदद से साफ करना और गंदे पानी को तालाबों में पहुंचने से रोकना था. नगर यहां बैनर में फोटो को लेकर विवाद हो गया.

भोपाल नगर निगम में राजा भोज को लेकर हमेशा विवाद सामने आते रहे हैं. कभी बड़े तालाब में प्रतिमा की स्थापना को लेकर, तो कभी भोपाल का नाम भोपाल से बदलकर राजा भोज करने पर. कुल मिलाकर देखा जाए तो इस पूरे मामले में सिर्फ और सिर्फ भोपाल में एक नई राजनीति शुरू हो गई है.

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