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मध्य प्रदेश में कांग्रेस बनाएगी अपने नए किले, BJP को देगी चुनौती

15 साल बाद सूबे की सत्ता पर काबिज होने के बाद कांग्रेस ने अब अपने संगठन की मजबूती पर ध्यान देना शुरू कर दिया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस सूबे के हर जिले में पार्टी कार्यालय बनाने जा रही है.

Updated on: 31 Jul 2019, 07:02 PM

भोपाल:

15 साल बाद सूबे की सत्ता पर काबिज होने के बाद कांग्रेस ने अब अपने संगठन की मजबूती पर ध्यान देना शुरू कर दिया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस सूबे के हर जिले में पार्टी कार्यालय बनाने जा रही है. अभी राजधानी भोपाल के अलावा इक्का-दुक्का जिलों को छोड़कर बाकी जिलों में पार्टी का स्थाई कार्यालय नहीं है.

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इसके चलते संगठन की गतिविधियों पर भी असर पड़ता है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और सीएम कमलनाथ की पहल पर एमपी कांग्रेस ने हर जिले की इकाई से कार्यालय बनाने का प्रस्ताव मांगा है. हम आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी के पास कई जिला मुख्यालयों पर प्राइम लोकेशन की जमीन मौजूद है.

लेकिन अब तक वहां कार्यालय की इमारत नहीं बन पाई है. अब सीएम कमलनाथ ने ऐसी जमीनों पर कार्यालय निर्माण कराने को कहा है. साथ ही जहां जमीन उपलब्ध नहीं है, वहां कार्यालय के लिए जमीन खोजने के निर्देश दिए गए हैं.

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कांग्रेस का मानना है कि स्थाई कार्यालय होने से संगठन की गतिविधियों को बेहतर तरीके से चलाया जा सकेगा और पार्टी कार्यकर्ताओं के पास भी राजनैतिक कार्यक्रमों के लिए खुद का स्थान मौजूद होगा. खास बात ये है कि सभी पार्टी कार्यालय छिंदवाड़ा की तर्ज़ पर बनाए जाएंगे.

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पार्टी की मीडिया विभाग के अध्यक्ष शोभा ओझा का कहना है कि कांग्रेस पार्टी अपने विधायकों को संबंधित जिलों में कार्यालय निर्माण की जिम्मेदारी देने जा रही है. जहां पार्टी के विधायक नहीं हैं, वहां प्रभारी मंत्रियों को पार्टी कार्यालय के काम की निगरानी सौंपी जाएगी. इसके अलावा हर जिले की इकाई को भी जिला कांग्रेस कार्यालय का काम शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं.