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सीएम कमलनाथ की बात को उनके ही मंत्री ने किया नजरअंदाज, जानें पूरा मामला

होर्डिंग पर यदि मेरे भी फ़ोटो लगे हो तो उन्हें भी हटाने में ज़रा भी संकोच ना बरता जाये.

Updated on: 07 Nov 2019, 01:50 PM

Bhopal:

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को प्रदेश की सुंदरतो को ध्यान में रख एक टि्विट कर कहा था कि "बग़ैर अनुमति के सार्वजनिक स्थानो पर लगे होर्डिंग - पोस्टर - बैनर को लेकर मैंने कड़ा निर्णय लेते हुए ,स्पष्ट रूप से निर्देश दिये है कि प्रदेश भर से इन्हें तत्काल हटाया जाये. होर्डिंग पर यदि मेरे भी फ़ोटो लगे हो तो उन्हें भी हटाने में ज़रा भी संकोच ना बरता जाये." लेकिन इसके विपरीत उनके खुद के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के होर्डिंग इंदौरकी सड़कों पर लगे नजर आए.

मामला तब घटा जब सीएम के आदेश का पालन करते निगमकर्मी होर्डिंग को हटाने पहुंच गए. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के जन्मदिन की बधाई के लिए लगाए गए होर्डिंग हटाने पहुंचे नगर निगम कर्मचारी को मंत्री का एक समर्थक लाठी से पीटता व दूसरा थप्पड़ मारता दिख रहा है. वहीं, एक संबंधित वीडियो में मंत्री का एक रिश्तेदार नगर निगम अधिकारी को धमकाता हुआ भी दिख रहा है.

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सीएम कमलनाथ ने दिए थे निर्देश

सीएम कमलनाथ के ऑफिस की तरफ से ट्वीट जारी करते हुए कहा गया था कि बगैर अनुमति के सार्वजनिक स्थानों पर लगे होर्डिंग, पोस्टर, बैनर को लेकर मैंने कड़ा निर्णय लेते हुए ,स्पष्ट रूप से निर्देश दिए है कि प्रदेश भर से इन्हें तत्काल हटाया जाए. होर्डिंग पर यदि मेरे भी फोटो लगे हो तो उन्हें भी हटाने में जरा भी संकोच ना बरता जाए.

वहीं, उन्होंने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि प्रदेश की सुंदरता पर इन अवैध होर्डिंग, पोस्टर, बैनर के कारण दाग लग रहा था, इनसे आए दिन हादसे व दुर्घटनाएं भी घटित हो रही थी, इन सब को दृष्टिगत रखते हुए मैंने यह सख्त कदम उठाया है. ऐसा कोई सार्वजनिक स्थल नहीं था , जहां पर ये अवैध होर्डिंग नजर ना आते हो.

पूर्व सीएम शिवराज ने किया हमला

राज्य के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने निगमकर्मी की पिटाई को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और साथ ही कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि इसको कानून की धज्जियां उड़ाना कहते हैं. जब मंत्री और उसके समर्थक ही कानून और व्यवस्था का सम्मान ना करें, बेलगाम हों, तो किसी और से क्या उम्मीद की जाए , इसके अलावा भी उन्होंने सरकार के खिलाफ बेशर्म और उसमें(सरकार) बददिमाग मंत्री और उनके समर्थक का भी जिक्र किया.

राज्य के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने निगमकर्मी की पिटाई को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और साथ ही कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि इसको कानून की धज्जियां उड़ाना कहते हैं. जब मंत्री और उसके समर्थक ही कानून और व्यवस्था का सम्मान ना करें, बेलगाम हों, तो किसी और से क्या उम्मीद की जाए! पूर्व सीएम चौहान ने सवालिया लहजे में कहा कि कि क्या मेरे प्रदेश को अराजकता के अंधकार में झोंककर ही दम लेंगे.