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मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हनुमान चालीसा के वाचन के बीच दी महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि

कमलनाथ ने पुरानी विधानसभा मिंटो हॉल स्थित महात्मा गांधी के प्रतिमा स्थल पर आज शाम उनका पुण्य स्मरण किया.

Updated on: 30 Jan 2020, 08:57 PM

भोपाल:

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरूवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर यहां हनुमान चालीसा के वाचन के बीच उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस पर भाजपा ने उन पर आरोप लगाया कि वह बहुसंख्यक वर्ग के वोटों को साधन के लिए ऐसा कर रहे हैं. कमलनाथ ने पुरानी विधानसभा मिंटो हॉल स्थित महात्मा गांधी के प्रतिमा स्थल पर आज शाम उनका पुण्य स्मरण किया. इस दौरान धार्मिक गुरू पंडित विजयशंकर मेहता ने हनुमान चालीस का वाचन किया. महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने से कुछ घंटे पहले कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘आज 30 जनवरी को राष्ट्रभक्त , राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर हनुमान सांस्कृतिक मंच के तत्वावधान में भोपाल के मिंटो हाल में पं.विजयशंकर मेहता के श्रीमुख से महानिर्वाण हनुमान चालीसा के पाठ का आयोजन है.’’

उन्होंने लिखा, ‘‘पूर्णतः धार्मिक यह आयोजन प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता की भलाई, खुशहाली, उन्नति व विकास के संकल्प को लेकर हो रहा है. बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी जनता इसमें शामिल होगी. भाजपा के सभी नेताओ से भी अपील करता हूं कि प्रदेश की जनता की भलाई के संकल्प के इस पूर्णतः धार्मिक आयोजन में वे भी शामिल हों.’’ इस पर मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने यहां मीडिया से चर्चा में कहा, ‘‘किसी भी धार्मिक आयोजन से किसी को कोई तकलीफ नहीं है. लेकिन, कांग्रेस के यही लोग जो सुप्रीम कोर्ट में भगवान राम को काल्पनिक बताते है, अगर वही हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे तो आश्चर्य होता है.’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस के ये नेता एक तरफ अल्पसंख्यकों के बीच में उन्माद पैदा करके उनको भड़काते हैं, उन्हें प्रेरित करते है कि प्रदेश में अप्रिय घटनाएं घटे, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के यही नेता हनुमान चालीसा जैसे धार्मिक आयोजनों से बहुसंख्यक वर्ग को साधने की कोशिश करते है. जनता इनके इस राजनैतिक उद्देश्य को भली भांति समझती है.’’ श्रद्धांजलि देने के बाद कमलनाथ ने कहा कि युवा पीढ़ी गांधी जी को जाने, यह देश और दुनिया के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है. उन्होंने युवा पीढ़ी आह्वान किया है कि वे गांधी जी के विचारों और सोच को अपनाए.