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ईश्वर दोबारा न दे बल्लेबाजी का मौका, जेल से बाहर आते ही बोले आकाश विजयवर्गीय

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय इंदौर जेल से जमानत पर रिहा हो गए हैं.

Updated on: 30 Jun 2019, 11:02 AM

नई दिल्ली:

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय इंदौर जेल से जमानत पर रिहा हो गए हैं. लेकिन अभी भी उनकी अकड़ कम नहीं हुई है. उन्हें अपने किए पर कोई पछतावा भी नहीं है. आकाश ने कहा कि मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं आगे फिर से बल्लेबाजी करने का मौका न दे.

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इंदौर नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से पीटने के आरोप में जेल से बाहर आते ही आकाश विजयवर्गीय ने कहा, ' ऐसी स्थिति में जब एक महिला को पुलिस के सामने घसीटा जा रहा था. मैं कुछ और करने के बारे में सोच भी नहीं सकता था, जो मैंने किया था उस पर शर्मिंदा नहीं हूं. लेकिन मैं ईश्वर से प्रार्थना करूंगा कि आगे फिर से बल्लेबाजी करने का मौका न दे.' 

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बता दें कि नगर निगम के अधिकारी को पीटने के मामले में भोपाल की विशेष अदालत ने निजी मुचलके पर आकाश विजयर्गीय को जमानत दी है. रविवार सुबह सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद आकाश विजयवर्गीय को जेल से रिहा किया गया है. गौरतलब है कि हाल ही में आकाश का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो नगर निगम अधिकारी की क्रिकेट के बल्ले पिटाई कर रहे थे. आरोप हैं कि इंदौर नगर निगम के अधिकारियों की टीम जर्जर मकानों को तोड़ने गई थी, इसी दौरान आकाश नगर निगम के अधिकारी को पीटा था. इस मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार जेल भेज दिया था.

यह वीडियो देखें-