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मनमोहन सिंह से लेकर शाहरुख खान तक कैलाश विजयवर्गीय के निशाने पर रहे

कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया था, 'अगर दाऊद इब्राहिम भी सड़क पर आ जाए तो उसे भी देखने के लिए भीड़ जुट जाएगी.

Updated on: 13 Jan 2019, 03:21 PM

इंदौर:

बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय अपने राजनीतिक कौशल से ज्यादा अपने विवादों के लिए पहचाने जाते हैं. आमतौर पर कैलाश विजयवर्गीय से जुड़े विवाद उनके बयानों को लेकर उठते हैं. कैलाश विजयवर्गीय के बयान सिर्फ नेताओं तक ही सीमित नहीं रहते हैं, बल्कि पत्रकारों और अभिनेताओं को भी अपनी चपेट में लेते हैं. विवादित बयान देने वालों की लिस्ट में कैलाश विजयवर्गीय अव्वल हैं. इंदौर में शनिवार को कैलाश विजयवर्गीय ने बयानों की नई फेहरिस्त जारी की, जिसमें एक नया विवादित बयान भी जुड़ गया.

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'अगर हाईकमान इशारा करे तो 15 दिन के अंदर कांग्रेस सरकार गिर सकती है.' ये कोई पहला मौका नहीं है जब उन्होंने कोई विवादित बयान दिया हो. यह विवाद उस समय खड़ा हुआ, जब शाहरुख अपनी फिल्म रईस के प्रमोशन के लिए ट्रेन से सफर कर रहे थे. शाहरुख खान की इस ट्रेन यात्रा की वजह से रेलवे स्टेशन पर बहुत भीड़ जुट गई थी. इस वाक्ये को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट किया था, 'अगर दाऊद इब्राहिम भी सड़क पर आ जाए तो उसे भी देखने के लिए भीड़ जुट जाएगी. आप भीड़ के आधार पर किसी की लोकप्रियता को नहीं नाप सकते।'

वहीं कैलाश विजयवर्गीय के नोटबंदी पर मनमोहन सिंह को लेकर किए गए फेसबुक पोस्ट पर भी काफी हंगामा हुआ. कैलाश विजयवर्गीय ने पोस्ट किया था, 'मुद्दा ये नहीं है कि मनमोहन सिंह जी क्या बोले, खास बात तो ये है कि आज मनमोहन सिंह बोले, मन जी! काश आप 2जी, 3जी, कोयला घोटाला के समय भी बोले होते.'

कैलाश के विवादित बयान फिल्म रईस और काबिल पर भी नहीं रुके थे। उन्होंने अपने ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी की फोटो के साथ ट्वीट किया था, 'हमारे भारत के #Kaabil किसी भी परदेस के #Raees से हर हाल में बेहतर हैं, #IndiaFirst.'

कैलाश विजयवर्गीय ने निर्भया कांड पर भी आपत्तिजनक बयान दिया था. उन्होंने कहा था, 'मर्यादा का उल्लंघन होता है, तो सीता का हरण हो जाता है. उस लक्ष्मण रेखा को कोई भी पार करेगा तो रावण सामने बैठा है, वह सीता हरण करके ले जाएगा।'

कैलाश विजयवर्गीय, शाहरुख खान पर पहले भी निशाना साध चुके हैं. बिहार में अंतिम दौर के मतदान के पहले उन्होंने कहा था, 'शाहरुख़ खान रहते भारत में हैं, लेकिन उनका मन सदा पाकिस्तान में रहता है. उनकी फिल्में यहां कमाती हैं, लेकिन उन्हें भारत असहिष्णु नजर आता है.'

कैलाश विजयवर्गीय के निशाने पर आमिर खान भी थे. आमिर खान के देश छोड़ने वाली बात पर हमला बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने बयान दिया था, 'विदेश में कालाधन रखने वाले देश छोड़ने की बात कह रहे हैं.'

कैलाश विजयवर्गीय ने महात्मा गांधी के योगदान पर भी विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, 'साबरमती के संत ने नहीं, क्रांतिकारियों ने दिलाई है आजादी.' विजयवर्गीय ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भी हमला बोला. नेशनल हेरल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी को जमानत पर मिलने पर कटाक्ष किया था. जिसमें उन्होंने कहा था, 'क्या सचमुच सोनिया जी इन्दिरा जी की बहू हैं? सास ने हंसते-हंसते जेल चुना था और बहू ने डरते-डरते बेल.'

कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस नेता राजबब्बर पर भी विवादित बयान दिया था. विजयवर्गीय ने उन्हें इशारों-इशारों में शराबी बता दिया था. खैर ये राजनीति की रपटीली राह है. यहां बयानों की रेस लगती रहती है. लेकिन कैलाश विजयवर्गीय के बयानों की रेस कुछ ज्यादा ही तेज है.