logo-image

बड़वाली चौकी बना 'इंदौर का शाहीन बाग', भाजपा भड़की

सीएए और एनआरसी के खिलाफ इंदौर के बड़वाली चौकी क्षेत्र में शनिवार को लगातार चौथे दिन धरना-प्रदर्शन जारी रहा.

Updated on: 19 Jan 2020, 10:20 AM

इंदौर:

संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और संभावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के खिलाफ इंदौर के बड़वाली चौकी क्षेत्र में शनिवार को लगातार चौथे दिन धरना-प्रदर्शन जारी रहा. बड़वाली चौकी के जामा मस्जिद मैदान पर लोग सीएए और एनआरसी के विरोध में तिरंगे झंडे और तख्तियां लेकर धरना-प्रदर्शन तथा नारेबाजी करते दिखाई दिए. बड़ी तादाद में महिलाएं भी इस प्रदर्शन (Protest) में शामिल हो रही हैं. बड़वाली चौकी में सीएए-एनआरसी विरोधियों का यह जमावड़ा इसी मुद्दे पर दिल्ली (Delhi) के शाहीन बाग में हो रहे धरना-प्रदर्शन की तरह है. सोशल मीडिया (Social Media) पर बड़वाली चौकी को 'इंदौर का शाहीन बाग' भी बताया जा रहा है.

यह भी पढ़ेंः CAA लागू करने से कोई राज्य इनकार नहीं कर सकता, ऐसा करना असंवैधानिक: कपिल सिब्बल

बड़वाली चौकी में बृहस्पतिवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात भारी हंगामे के बीच प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने कथित तौर पर लाठीचार्ज किया था. मामले के तूल पकड़ने के बाद राज्य सरकार ने एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) समेत दो पुलिस अफसरों को उनकी मौजूदा तैनाती से हटाते हुए मामले की जांच के आदेश दिये हैं.

उधर, भाजपा ने इस कार्रवाई को अनुचित बताया है. प्रदेश भाजपा प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा, 'पुलिस कर्मियों ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात बड़वाली चौकी में उग्र प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने की कोशिश की थी. लेकिन एक वर्ग विशेष के तुष्टिकरण के लिये कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने कानून के रक्षक पुलिस कर्मियों पर ही कार्रवाई कर दी.'

यह भी पढ़ेंः सीआरपीएफ कैंप के ऊपर दिखाई दी ड्रोन जैसी चीज, आकाश में 15 मिनट तक उड़ती रही और फिर...

उन्होंने कहा, 'प्रशासन ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत जिले में किसी भी स्थान पर बगैर अनुमति के आम सभा, धरना-प्रदर्शन आदि पर प्रतिबंध लगा रखा है. इस प्रतिबंध के नाम पर भाजपा के नेता-कार्यकर्ताओं के खिलाफ तुरंत आपराधिक मामले दर्ज कर लिये जाते हैं. फिर बड़वाली चौकी में किस नियम-कानून के तहत पिछले चार दिनों से धरना-प्रदर्शन चलने दिया जा रहा है?' सरकारी अधिकारियों का कहना है कि बड़वाली चौकी के हालात पर पुलिस और प्रशासन की लगातार निगाह बनी हुई है.