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झारखंड पुलिस ने नक्सल फंडिंग रोक को चलाया अभियान, पढ़ें पूरी डिटेल

अभियान के तहत नक्सलियों को आर्थिक मदद मुहैया कराने वालों का पता लगाकर उनकी फंडिंग पर रोक लगाने की कोशिश की जा रही है.

Updated on: 13 Oct 2019, 12:21 PM

highlights

  • झारखंड विधानसभा चुनाव के चलते राज्य पुलिस है चौकस.
  • झारखंड पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है. 
  • नक्सलियों को आ रही फंडिंग पर पुलिस की नजर है.

नई दिल्ली:

झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2019) में सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी के साथ नक्सलियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान (Campaign against naxal funding) चलाया हुआ है. अभियान के तहत नक्सलियों को आर्थिक मदद मुहैया कराने वालों का पता लगाकर उनकी फंडिंग पर रोक लगाने की कोशिश की जा रही है.

झारखंड पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि नक्सलियों की मदद करने और उनके लिए पैसा जुटाने में शामिल लोग पुलिस की रडार पर हैं. आने वाले दिनों में कई ऐसे मददगारों के नाम सामने नहीं आ सकते हैं, इसके बाद उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस ने शीर्ष नक्सली नेताओं की पहचान कर उनके खिलाफ अभियान चलाया है.सूत्रों के अनुसार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के बड़े नेता पतिराम मांझी उर्फ तूफान, आकाश उर्फ तिमिर, प्रशांत बोस, महाराज प्रामाणिक, अमित मुंडा आदि पुलिस की रडार पर हैं. सूत्रों ने कहा कि नक्सलियों के विशेष क्षेत्रों की पहचान की जा रही है और उन पर लगातार नजर रखी जा रही है.

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बता दें कि 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2020 को खत्म हो रहा है. राज्य में नवंबर-दिसंबर में मतदान होगा और एक बार फिर दिसंबर में नई सरकार का गठन भी हो जाएगा.