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मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संथाल परगना के बुजुर्गों को मुफ्त में तीर्थ के दर्शन कराए

यात्रियों के साथ नोडल अधिकारी नियुक्त किये गए हैं. जो उन्हें तीर्थ कराने में सहयोग करेंगे.

Updated on: 31 Aug 2019, 06:01 PM

नई दिल्ली:

संथाल परगना, दुमका के अंतर्गत के 6 जिलों से कुल 241 ईसाई समुदाय के बुजुर्गों को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने तीर्थ दर्शन योजना के तहत "बैंडल चर्च" तीर्थयात्रा कराया गया. माननीया मंत्री डॉ. लुईस मरांडी ने दिनांक 29.08.2019 को सुबह 4:30 बजे तीर्थयात्रियों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत दुमका रेलवे स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यात्रियों के साथ नोडल अधिकारी नियुक्त किये गए हैं. जो उन्हें तीर्थ कराने में सहयोग करेंगे. तीर्थ यात्रियों को आरामदेह स्लीपर सीट पर ले जाया गया. मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना गरीब वर्ग यानी बीपीएल एवं बुजुर्ग श्रेणी के लोगों के लिए हैं. सभी तीर्थयात्रियों ने कोलकाता में बैंडल चर्च में प्रार्थना अर्चना की.

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सभी यात्रियों को यात्रा से एक दिन पहले अग्रेसन भवन, दुमका में ठहराया गया था. जहां शौचालय, पेयजल एवं आवास की व्यवस्था जिला प्रशासन, दुमका द्वारा कराया गया था. आईआरसीटीसी (IRCTC) यात्रियों के लिए खाने के पैकेट और पानी उपलब्ध कराया गया. यात्रियों का ध्यान रखते हुए उपायुक्त, उप विकास आयुक्त एवं प्रशिक्षु आईएएस जरूरी सुविधाओं का निरीक्षण किया. साथ ही उपायुक्त एवं अन्य प्रशासन के अधिकारियों को सुचारू समन्वय बढ़ाने और उचित योजना की सुविधा प्रदान करने के लिए, उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लाभार्थियों के साथ बातचीत की और रेलवे स्टेशन का दौरा किया और उचित कालीन और कुर्सियां ​​लगाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया. साथ ही डीसी राजेश्वरी बी ने सभी को शुभकामनाएं दी.

तीर्थ यात्री 31.8.2019 को तीर्थ यात्रा से वापस अपने अपने घर लौट गए हैं. उक्त तीर्थ यात्रा में लाभुकों को दुमका तक लाने एवं पूर्ण यात्रा अवधि में संबंधित ट्रेन में उपस्थित रहते हुए आईआरसीटीसी एवं पर्यटन विभाग के नोडल पदाधिकारी से यात्रा को सफल बनाने हेतु समन्वय स्थापित करते हुए पुनः सभी तीर्थ यात्रियों को उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाने हेतु जिला स्तर से तीन नोडल पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया है.

मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने अपने एक संदेश में पूरे राज्य से ईसाई धर्मावलंबियों के बुजुर्ग 727 तीर्थ यात्रियों को अपनी शुभकामनाएं दी है. सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास ही सरकार का ध्येय है. बैंडल चर्च की तीर्थ यात्रा के करने के उपरांत ईसाई बुजुर्ग महिला मेरी टुडू ने कहा कि सरकार हमारे बारे में इतना सोचती है. खाने के लिए अनाज, रहने के लिए आवास, बिजली, पानी तो दे ही रही है साथ में हमें तीर्थ यात्रा भी करवा रही है. जिसकी हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी. उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं झारखंड राज्य की निवासी हूँ जहाँ की सरकार गरीबों के लिए इतना कुछ कर रही है.

मुख्यमंत्री के इस पहल पर ईसाई बुजुर्ग तीर्थयात्रियों ने कहा कि हमने कभी सोचा भी नहीं था की कोलकाता का बैंडल चर्च जा सकेंगे. इसके बारे में केवल सुना ही करते थे. हमें यकीन नहीं था कि कभी जाकर यहां प्रार्थना अर्चना कर सकेंगे. लोग कहते थे कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन का लाभ सरकार हम सबको नहीं देगी. पर, अब हमारी यह धारणा टूट गई है. रघुवर सरकार सबके लिए है. इसके लिए मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के प्रति बहुत आभारी हैं.

मुख्यमंत्री तीर्थ योजना की शुरुआत संतान परगना में भी हो गई है. राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के एक हजार निर्धन बुजुर्गों को तीर्थ ले जाने की योजना है. सरकार की ओर से तीर्थ यात्रा में जाने, खाने-पीने समेत आवास की सभी व्यवस्था की जाएगी. इसका खर्च राज्य सरकार वहन करेगी.

इस योजना के अंतर्गत राज्य के विभिन्न टूरिज्म सर्किट में आने वाले तीर्थ स्थलों के भ्रमण की भी योजना बनाई गई है. जो स्थल रेलमार्ग से नहीं जुड़े हैं, उन स्थलों पर बस से बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराने का प्लान बनाया गया है. इस योजना का मुख्य कारण है कि इससे लोग एक-दूसरे के बारे में जान सकेंगे और एक-दूसरे के विकास कार्य भी देख सकेंगे. लोगों को रोजगार भी मिलेगा.

पर्यटन मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि लोगों को अंतिम काल में तीर्थ यात्रा की इच्छा रहती है, लेकिन गरीब लोगों की यह इच्छा संसाधन की कमी से कुंठित हो जाती है. सरकार का प्रयास है कि उनकी यह इच्छा कुंठित न हो. उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा, शहीद सिदो-कान्हू समेत अन्य महापुरुषों की पवित्र जन्म-भूमि की यात्रा की भी योजना बनाई जा रही है. सरकार द्वारा डोमेस्टिक टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस योजना के तहत सभी धर्म के समुदाय को योजना का लाभ मिलेगा. 

बुजुर्ग अपने जिले में तीर्थ पर जाने के लिए आवेदन देंगे. राज्य सरकार मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत बीपीएल परिवारों के 60 वर्ष और उससे अधिक के बुजुर्ग व्यक्तियों को तीर्थयात्रा पर ले जाया जायेगा. इसके लिए राज्य सरकार रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) के साथ एमओयू की है. झारखंड बीपीएल परिवार के बुजुर्गों के लिए नि:शुल्क तीर्थ यात्रा आयोजित करने वाला देश का चौथा राज्य है.