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दुमका: डकैती कांड का मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफ्त में, 35 हजार रुपए के साथ कई कीमती सामान बरामद

27 अगस्त की रात करीब साढ़े दस बजे भागलपुर से कलकत्ता जा रही पगला बाबा 'कृष्णा रजत' बस मसानजोर ओ.पी. क्षेत्र के बागनल मोड़ के पास अज्ञात अपराधियों ने यात्रियों और ड्राइवर के साथ मारपीट कर 2 लाख 51 हजार रुपए और 10 मोबाईल फोन लुट लिए थे.

Updated on: 29 Sep 2019, 03:00 PM

नई दिल्ली:

झारखंड की दुमका पुलिस ने बस डकैती कांड में संलिप्त सरगना के मास्टरमाइंड अपराधी रॉकी सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने इस मास्टर माइंड के पास से एक लग्जरी वाहन और एक मोबाइल के साथ लूट के 35000 रुपये बरामद किए हैं. आरोपी पर हत्या और लूट के कई मामले अलग अलग थानो में दर्ज हैं. हालांकि अबतक बरामद किए गये रुपये हवाला कारोबारी के बताये जाते हैं जिसका दावेदार अबतक पुलिस के सामने नही आया है.

यह लावारिस रुपए पहले साढ़े पैतीस लाख थे जिसमें मास्टर माइंड के दोबारा गिरफ्तार होने के बाद 35000 रुपया और जुड़ गया है. सवाल यह है कि आखिर यह पैसा किसका था और इन लावारिस रुपयों का कैसे उपयोग हो रहा था. हालांकि पुलिस इन सवालों को खगालने की कोशिश में जुटी हुई है. पुलिस के मुताबिक लूट कांड में 5 अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है लेकिन अब भी 9 अपराधी पुलिस के पकड़ से बाहर है. माना जा रहा है कि कि अपराधियों के गिरफ्त में आने के बाद इन हवाला रुपयों का पर्दाफास हो सकेगा. पुलिस अधीक्षक वाई एस रमेश के मुताबिक लूट एक करोड़ से ज्यादा की हुई है जबकि पुलिसने 35 लाख 80 हजार और चार वाहन जप्त किये हैं.

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क्या है पूरा मामला?

दरअसल 27 अगस्त की रात करीब साढ़े दस बजे भागलपुर से कलकत्ता जा रही पगला बाबा 'कृष्णा रजत' बस मसानजोर ओ.पी. क्षेत्र के बागनल मोड़ के पास अज्ञात अपराधियों ने यात्रियों और ड्राइवर के साथ मारपीट कर 2 लाख 51 हजार रुपए और 10 मोबाईल फोन लुट लिए थे. इस मामले में बस ड्राइवर लक्ष्मण महतो उर्फ चंदन के बयान के आधार पर मुफस्सिल थाना शिकायत दर्ज कराई गई. दुमका पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए SIT की चार टीमों का गठन कियाजिसमे चार डीएसपी और छह थाना प्रभारी सहित 33 पुलिस कर्मी थे.

प्रत्येक टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी कर रहे थे. गठित टीमों ने पश्चिम बंगाल,बिहार और झारखंड के अधिकारियों के साथ संपर्क कर करीब 96 स्थानों पर छापेमारी की. पुलिस को सफलता 16 सितम्बर को मिली और इस काण्ड में संलिप्त प्रशांत सिंह ,बंटी सिंह उर्फ सौरभ सिंह , चंदन उर्फ लक्ष्मण महतो और चिन्टु उर्फ रौशन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया.

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पुलिस ने अभियुक्त प्रशांत सिंह के निशानदेही पर उसके ससुराल दौलतपुर से लुटी गई राशि में से 33 लाख 50 हजार रुपया और चंदन बस चालक के निशानदेही पर उसके घर हंसडीहा से दो लाख रुपये की बरामदगी की. इस प्रकार कुल 35 लाख 50 हजार रुपये की बरामदगी हुई. साथ ही यात्रीयों का मोबाइ फोन एवं प्रशांत सिंह और बंटी सिंह के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दो देशी कट्टा एवं तीन जिन्दा कारतुस हंसडीहा थाना क्षेत्र के महादेवगढ़ से बरामद किया गया.

अभियुक्त प्रशांत सिंह एवं बंटी सिंह के स्वीकारोक्ति बयान में आये अन्य अभियुक्तों में से बिहार मुंगेर जिले के मिल्की थाना क्षेत्र के गुंगटा निवासी रॉकी सिंह उर्फ राजेश रौशन जो पुर्व में कई संगीन काण्डों में आरोपित हैं उसकी गिरफ्तारी के लिए गठित टीम ने उसके कई ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन वो गिरफ्तारी से बचता रहा. 21 सितम्बर को अभियुक्त रॉकी सिंह उर्फ राजेश रौशन चोरी छिपे दुमका व्यवहार न्यायालय जा रहे थे, जिसे गठित टीम के सदस्य उन्हे बीच रास्ते में ही पकड़कर पुछताछ के लिए मुफस्सिल थाना ले आए. शुरू में वह खुद को निर्दोश बताते रहे लेकिन कड़ी पुछताछ के बाद 27 सितम्बर को इस काण्ड में अपनी संलिप्ता स्वीकार करते हुए घटना में शामिल अपने अन्य साथियों का नाम बताये. अभियुक्त रॉकी सिंह के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर और उनके निशानदेही पर उनके घर मिलकी गांव से लुटी गई राशि में से तीस हजार रुपया नगद और बस यात्रियों का लुटा गया एक मोबाईल फोन बरामद किया गया औक इस घटना में प्रयुक्त वाहन S11 काला रंग का स्कार्पियो को ग्राम कुनौनी से इस काण्ड में संलिप्त एक अन्य अभियुक्त तथा मुख्य साजिशकर्ता के घर से बरामद किया गया. इस काण्ड में शेष बचे अन्य अभियुक्तों की भी गिरफ्तारी एवं लुटी गई राशि की बरामदगी शीघ्र कर ली जाएगी ।