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Jharkhand Poll : चिराग पासवान बोले- झारखंड में टोकन सीट पर चुनाव लड़ना मंजूर नहीं

बता दें कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने इसी महीने बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी की कमान संभाली है.

Updated on: 19 Nov 2019, 09:55 AM

नई दिल्ली:

झारखंड में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग अकेले दम पर 50 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान कर चुकी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का कहना है कि इस बार पार्टी टोकन की सीट पर चुनाव नहीं लड़ना चाहती है. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने इसी महीने बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी की कमान संभाली है. चिराग ने बुधवार को कहा, 'पिछली बार झारखंड में टोकन के तौर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक सीट लोक जनशक्ति पार्टी को दी थी, लेकिन इस बार लोजपा स्पष्ट कर चुकी है कि हम लोग किसी टोकन की सीट पर चुनाव नहीं लड़ेंगे. हम लोग सिर्फ उसी सीट पर चुनाव लड़ेंगे जहां पर लोजपा का जनाधार है.'

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उन्होंने कहा, 'पिछली बार शिकारीपाड़ा की एक सीट हमें टोकन के तौर पर दी गई थी, जहां पर हमारा कोई प्रत्याशी भी मौजूद नहीं था. अगर बीजेपी ऐसी ही कोई सीट इस बार भी देती है तो हम लोग लेने के लिए कतई तैयार नहीं हैं.' लोजपा केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में हाल के दिनों में लोजपा का संगठन मजबूत हुआ और पार्टी की राज्य इकाई चाहती थी कि लोजपा को स्वतंत्र होकर चुनाव लड़ना चाहिए. फिर भी उन्होंने बीजेपी से छह सीटें मांगी थी जिस पर सहमति नहीं बन पाई. चिराग ने कहा, 'मैंने बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क साधकर एक ईमानदार प्रयास किया और गठबंधन के तहत छह सीटों की मांग करते हुए कहा कि इन छह सीटों में अगर कुछ सीटें हमें दी जाती हैं तो हम चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस पर सहमति नहीं बन पाई. इसलिए लोजपा ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है.'

हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि झारखंड में अगर लोजपा किसी सीट पर चुनाव लड़कर आती है तो वह राजग के साथ ही जाएगी. उन्होंने कहा कि हम केंद्र में राजग के साथ हैं और झारखंड में भी राजग के साथ रहेंगे. लोजपा के झारखंड में अकेले चुनाव मैदान में उतरने का फैसला करने से गठबंधन पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. चिराग ने कहा, 'बिहार में कुछ विपक्षी दल अगर खुश हो रहे हैं कि झारखंड में इनका तालमेल नहीं बना और महाराष्ट्र में शिवसेना अलग हो गई तो उनको उत्साहित होने की जरूरत नहीं है.'

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उन्होंने कहा, 'झारखंड में हमारा बीजेपी के साथ कोई गठबंधन नहीं था. हमारे गठबंधन का आधार बिहार है. बिहार में हमारा गठबंधन हुआ है जिसके तहत हम वहां लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ते हैं.' चिराग ने कहा कि बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी, लोजपा और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) मिलकर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा, 'जिस तरह लोकसभा चुनाव में हमने बिहार की 40 सीटों में से 39 पर जीत हासिल कीं. उसी प्रकार विधानसभा चुनाव में 225 से ज्यादा सीटें हम लोग जीतेंगे और हमारे आज के मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे.'

चिराग पासवान ने कहा कि दिल्ली में भी आगामी विधानसभा चुनाव में लोजपा अकेले चुनाव लड़ेगी. हालांकि उन्होंने कहा कि अगर कहीं तालमेल बैठता है तो उसका स्वागत किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हर राज्य का समीकरण अलग-अलग है. महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन टूटने और राष्ट्रपति शासन लगने के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र की जनता ने राजग के पक्ष में स्पष्ट जनादेश दिया और जनता चाहती थी राजग की सरकार बने मगर जिस तरह से अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाओं को लेकर राजनीतिक दलों ने निर्णय लिया और वहां राष्ट्रपति शासन लगा, वह दुर्भाग्यपूर्ण है.'

उल्लेखनीय है कि लोजपा झारखंड की 10 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए मतदान 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में होगा, मतगणनना 23 दिसंबर को होगी.

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