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Jharkhand Poll: चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने बनाई खास रणनीति, उतारी 'बिहारी टीम'

Jharkhand Poll: हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में आशातीत सफलता नहीं मिल पाने से चिंतित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) झारखंड विधानसभा चुनाव में अच्छी सफलता के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती.

Updated on: 19 Nov 2019, 09:52 AM

पटना:

Jharkhand Poll: हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में आशातीत सफलता नहीं मिल पाने से चिंतित भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) झारखंड विधानसभा चुनाव में अच्छी सफलता के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती. पार्टी ने पड़ोसी राज्य बिहार के बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की टीम झारखंड में उतारने की रणनीति बनाई है. यह दीगर बात है कि बिहार बीजेपी राज्य में अब तक अपने दम पर सरकार नहीं बना पाई है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार में पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव झारखंड में सह चुनाव प्रभारी बनाए जाने के बाद से ही झारखंड पहुंचकर अपनी टीम के लिए फील्डिंग सजाने में जुट गए हैं.

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सूत्रों का कहना है कि बिहार में पार्टी का नेतृत्व संभाल चुके यादव ने बिहार के चुनिंदा नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी झारखंड के लिए बुलावा भेजा है. सूत्रों का कहना है कि पलामू प्रमंडल में ब्राह्मण जाति की संख्या अधिक होने के कारण बीजेपी ने उस क्षेत्र की जिम्मेदारी बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को सौंपी है. पांडेय पलामू प्रमंडल में लगातार बैठकें भी कर रहे हैं. पांडेय भी बिहार में पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं तथा झारखंड के पूर्व प्रदेश प्रभारी का काम भी देख चुके हैं.

बीजेपी के एक नेता ने कहा, 'झारखंड फतह के लिए पार्टी की ओर से बाकायदा अलग-अलग नेताओं की भूमिका तय की गई है. संगठन के अनुभव, ओजस्वी भाषण शैली और कुशल चुनाव प्रबंधन की विशेषता को देखते हुए पार्टी ने नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है.' बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिंह ने बताया कि मंत्री नंदकिशोर यादव, मंगल पांडेय और विधायक नितिन नवीन झारखंड चुनाव में पार्टी का प्रचार करने पहुंच चुके हैं. उन्होंने बताया कि पार्टी बिहार बीजेपी के प्रदेश महामंत्री प्रमोद चंद्रवंशी के नेतृत्व में 50 से अधिक पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की टीम भी उतार चुकी है. सिंह कहते हैं कि बिहार से सटे इलाकों में भी बिहार के नेता और कार्यकर्ता कैंप कर रहे हैं.

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सूत्रों का दावा है कि पार्टी सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखकर नेताओं को चुनावी मैदान में प्रबंधन के लिए भेज रही है. सूत्र कहते हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता भी मतदान केंद्र स्तर तक पार्टी को मजबूत करने में जुटे हुए हैं. बिहार में विपक्षी दल मंत्रियों के झारखंड में कैंप करने को लेकर सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधने से नहीं चूक रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, 'महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह को मरणोपरांत पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एंबुलेंस नहीं मिल पाती है, लेकिन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दूसरे राज्य में चुनावी कार्य में व्यस्त हैं.' उनकी चुनावी व्यस्तता इतनी है कि वह अभी तक गणितज्ञ के परिजन से मिलकर दुख भी नहीं जता सके हैं. उनके झारखंड चले जाने से बिहार के कार्य प्रभावित हो रहे हैं.

बिहार बीजेपी के एक नेता ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि अभी कई और विधायक और सांसद झारखंड के चुनावी मैदान में प्रचार के लिए उतारे जाएंगे. बहरहाल, बिहार के नेताओं को झारखंड में उतारने के बाद भी बीजेपी अपनी रणनीति में कितनी सफल होती है, यह तो चुनाव परिणाम आने पर ही पता चल पाएगा.

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