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एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वत खोर जूनियर इंजीनियर पर की कार्रवाई, छापेमारी में मिले इतने करोड़ रुपये

14 नवंबर को जमशेदपुर एंटी करप्शन ब्यूरो ने सरायकेला खरसावां जिला के ग्रामीण विकास विभाग में पदस्थापित कनीय अभियंता एसपी वर्मा को 10 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था.

Updated on: 15 Nov 2019, 06:39 PM

highlights

  • झारखंड में रिश्वत लेते पकड़ा गया जूनियर इंजीनियर. 
  • 10000 रुपये की ले रहा था रिश्वत. 
  • ठेकेदार ने कर दी एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत. 

जमशेदपुर:

एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने जमशेदपुर (Jamshedpur) में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. एसीबी डीएसपी अरविंद कुमार सिंह (ACB DSP Arvind Kumar Singh) के नेतृत्व में सिंचाई विभाग के Junior Engineer S.P Verma के घर में छापेमारी (Raid) की. इस दौरान जूनियर इंजीनियर (Junior Engineer) के घर से दो करोड़ 84 लाख रुपए बरामद किये गये हैं. एसीबी की टीम ने एसपी वर्मा को गुरुवार देर रात घूस लेते मानगो चौक से गिरफ्तार किया था. जिसके बाद आज उनके घर पर छापेमारी की गई.
एसीबी अधिकारी से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि अधिकारी ने सारे पैसे आलमीरा में रखे हुए थे. अधिकारी की दी जानकारी के आधार पर ही आज कार्रवाई की गई. जानकारी के मुताबिक, रुपये के अलावा सौ ग्राम सोना, जमीन के कागजात, पांच फ्लैट के कागजात और कुछ इन्वेस्टमेंट के भी कागजात मिले हैं.

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बताया जा रहा है कि 14 नवंबर को जमशेदपुर एंटी करप्शन ब्यूरो ने सरायकेला खरसावां जिला के ग्रामीण विकास विभाग में पदस्थापित कनीय अभियंता एसपी वर्मा को 10 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. उधर गिरफ्तारी के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो को कई सबूत हाथ लगे थे. जिस पर कार्रवाई करते हुए आज एंटी करप्शन ब्यूरो ने एसपी बर्मा के जमशेदपुर के मानगो डिमना चौक स्थित आनंद विहार सोसायटी के घर पर छापेमारी करते हुए लगभग 3 करोड रुपए नगद और करोड़ों रुपए के ज्यादा के कागजात व आभूषण बरामद किए हैं. वैसे एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा इस साल की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. फिलहाल एंटी करप्शन ब्यूरो की छापेमारी जारी है. वही एंटी करप्शन ब्यूरो ने आलोक रंजन नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है जिसे पूछताछ के लिए टीम अपने साथ एसीबी कार्यालय ले गई है. बताया जा रहा है कि आलोक रंजन ने जब्त राशि का दावा किया है.

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एसीबी के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि साकची के आईडीए कॉलोनी निवासी ठेकेदार विकास कुमार शर्मा ने 23 अक्टूबर को एसीबी से शिकायत की थी कि कनीय अभियंता सुरेश प्रसाद वर्मा उनसे रिश्वत मांग रहे हैं. विकास कुमार शर्मा ने एसपी को बताया कि उनकी मां दीपा शर्मा की जय माता दी इंटरप्राइजेज कंपनी है. ये कंपनी सड़क निर्माण का काम करती है. सरायकेला खरसावां जिले में ग्रामीण कार्य विभाग ने तमोलिया कॉलोनी में 280 मीटर लंबी पीसीसी सड़क का काम कंपनी को दिया था. सड़क 11 लाख 54 हजार 964 रुपये की लागत से बनाई गई है.

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विभाग ने 7 लाख रुपये का भुगतान कंपनी को कर दिया है. बाकी के भुगतान करने के लिए जेई सुरेश प्रसाद वर्मा 28 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे थे.
जांच में शिकायत सही पाये जाने पर एसीबी ने जाल बनाया और गुरुवार को जेई सुरेश प्रसाद वर्मा से संपर्क किया. वो 10 हजार रुपये में काम करने को तैयार हो गए. जिसके बाद ठेकेदार से 10 हजार रुपये घूस लेते एसीबी के अधिकारियों ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.