मोदी सरकार का बड़ा फैसला- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की सुरक्षा के लिए 800 CISF कर्मी आवंटित
नव सृजित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में स्थित हवाईअड्डों को जल्द ही सीआईएसएफ का एक नया सशस्त्र सुरक्षा कवर मिलेगा.
दिल्ली:
नव सृजित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में स्थित हवाईअड्डों को जल्द ही सीआईएसएफ का एक नया सशस्त्र सुरक्षा कवर मिलेगा. केंद्र ने तीनों असैन्य हवाईअड्डों के लिए करीब 800 कर्मी आवंटित किए हैं. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. सीआईएसफ सूत्रों ने पीटीआई भाषा को बताया कि सबसे पहले जम्मू हवाईअड्डे को, अगले महीने तक केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को सौंपा जाएगा.
बल में 1.6 लाख कर्मी हैं. बल देश के करीब 100 असैन्य हवाईअड्डों में से चालू 61 हवाईअड्डों की पहरेदारी करता है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय ने जम्मू, श्रीनगर और लेह हवाईअड्डों की पहरेदारी के लिए करीब 800 सीआईएसएफ कर्मियों की मंजूरी दी है. जम्मू और श्रीनगर हवाईअड्डों को अत्यधिक संवदेनशील श्रेणी में, जबकि लेह को संवदेनशील श्रेणी में रखा गया है.
उन्होंने कहा कि नई तैनाती के लिए विभिन्न सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों की एक उन्नत संयुक्त कमान एवं नियंत्रण प्रणाली तीन स्थानों पर बनाई जाएगी. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर और लेह स्थित हवाईअड्डों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ अत्यधिक ठंड खत्म होने के बाद अपने हाथों में लेगी. सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस इन तीनों असैन्य हवाईअड्डों की अब तक सुरक्षा कर रही है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल यह फैसला किया था कि सीआईएसएफ हवाईअड्डों की पहरेदारी करने वाला केंद्रीय बल होगा और इस तरह के सभी स्थानों की सुरक्षा क्रमश: इसकी कमान के तहत लाई जाएगी.
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