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Article-370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में फरवरी में हो सकते हैं ये चुनाव

जम्मू-कश्मीर में ग्राम पंचायतों के पंच और सरपंच के करीब 13,000 खाली पदों के लिए अगले महीने चुनाव हो सकते हैं.

Updated on: 17 Jan 2020, 09:27 PM

दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में ग्राम पंचायतों के पंच और सरपंच के करीब 13,000 खाली पदों के लिए अगले महीने चुनाव हो सकते हैं. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि इस संबंध में 25 जनवरी को अधिसूचना जारी किए जाने का अनुमान है. यदि ये चुनाव हुए तो जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के प्रावधानों को खत्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद वहां ये पहले चुनाव होंगे.

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंच के करीब 13,000 खाली पदों के लिए अगले महीने चुनाव हो सकते हैं और इस बारे में 25 जनवरी को अधिसूचना जारी किए जाने का अनुमान है. चुनाव की पूरी प्रक्रिया फरवरी में ही संपन्न होने का अनुमान है. ये पद पिछले साल नवंबर से खाली हैं, जब वहां स्थानीय निकाय चुनाव हुए थे. कश्मीर में पंच और सरपंच के 20,093 पदों में 12,500 से अधिक सीटें खाली हैं. इससे पहले 2018 में हुए स्थानीय निकाय चुनावों का नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने बहिष्कार किया था.

बता दें कि नव सृजित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में स्थित हवाईअड्डों को जल्द ही सीआईएसएफ का एक नया सशस्त्र सुरक्षा कवर मिलेगा. केंद्र ने तीनों असैन्य हवाईअड्डों के लिए करीब 800 कर्मी आवंटित किए हैं. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. सीआईएसफ सूत्रों ने पीटीआई भाषा को बताया कि सबसे पहले जम्मू हवाईअड्डे को, अगले महीने तक केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को सौंपा जाएगा.

बल में 1.6 लाख कर्मी हैं. बल देश के करीब 100 असैन्य हवाईअड्डों में से चालू 61 हवाईअड्डों की पहरेदारी करता है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय ने जम्मू, श्रीनगर और लेह हवाईअड्डों की पहरेदारी के लिए करीब 800 सीआईएसएफ कर्मियों की मंजूरी दी है. जम्मू और श्रीनगर हवाईअड्डों को अत्यधिक संवदेनशील श्रेणी में, जबकि लेह को संवदेनशील श्रेणी में रखा गया है.

उन्होंने कहा कि नई तैनाती के लिए विभिन्न सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों की एक उन्नत संयुक्त कमान एवं नियंत्रण प्रणाली तीन स्थानों पर बनाई जाएगी. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर और लेह स्थित हवाईअड्डों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ अत्यधिक ठंड खत्म होने के बाद अपने हाथों में लेगी. सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस इन तीनों असैन्य हवाईअड्डों की अब तक सुरक्षा कर रही है.

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल यह फैसला किया था कि सीआईएसएफ हवाईअड्डों की पहरेदारी करने वाला केंद्रीय बल होगा और इस तरह के सभी स्थानों की सुरक्षा क्रमश: इसकी कमान के तहत लाई जाएगी.