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वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का हुआ पुनर्गठन, श्री श्री रविशंकर भी बने सदस्य

बोर्ड में आर्ट ऑफ लीविंग (Art of Living) के संस्थापक व आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर, जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व डीजीपी डॉ. अशोक भान समेत सात सदस्यों को शामिल किया गया है.

Updated on: 08 Feb 2019, 10:25 AM

नई दिल्ली:

जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का पुनर्गठन करते हुए तीन वर्ष के लिए नए सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी है. बोर्ड में आर्ट ऑफ लीविंग (Art of Living) के संस्थापक व आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर, जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व डीजीपी डॉ. अशोक भान समेत सात सदस्यों को शामिल किया गया है. नवगठित बोर्ड में श्री श्री रविशंकर एवं अशोक भान के अलावा सेवानिवृत्त जस्टिस प्रमोद कोहली, सेवानिवृत्त मेजर जनरल शिव कुमार शर्मा, विजय धर, केबी काचरू और एमिल फॉर्मा के सीएमडी केके शर्मा को सदस्य बनाया गया है. बोर्ड के सदस्यों का कार्यकाल तीन साल होगा.

दिल्ली के पश्चिम विहार निवासी केके शर्मा का कहना है, कि माता वैष्णो देवी के चरणों में उनकी सेवा आगे भी जारी रहेगी. केके शर्मा पिछले कई वर्षों से वैष्णो देवी की पवित्र गुफा में विकास और सेवा कार्य करते रहे हैं. साथ ही कई विकास कार्यों में उनकी सहभागिता रही है.

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बता दें कि अक्टूबर 2018 में 'श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड' की बैठक में तीर्थस्थल वैष्णो देवी जाने वाले तीर्थयात्रियों को पांच लाख रुपये के निशुल्क बीमा का फैसला लिया गया था. बोर्ड ने तीर्थ स्थल जाने वाले तीर्थयात्रियों को पांच लाख रुपये के निशुल्क दुर्घटना बीमा के अतिरिक्त घायल तीर्थयात्रियों का निशुल्क इलाज कराने का निर्णय भी लिया था.

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प्रवक्ता ने कहा था कि यात्रा की पर्ची लेकर यात्रा शुरू करते ही तीर्थयात्री का दुर्घटना बीमा हो जाएगा. प्रवक्ता ने कहा, 'यह साफ करना जरूरी है कि बीमा का प्रीमियम बोर्ड द्वारा वहन किया जाएगा और बीमा आठ साल बाद अपग्रेड हो जाएगा.' बैठक में श्री माता वैष्णो देवी नारायण सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के कामकाज पर भी चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि बोर्ड ने अपने सामाजिक सहयोग उपक्रम के तहत अस्पताल में घायल तीर्थयात्रियों के इलाज के लिए मेडिकल सहयोग नीति पारित की.