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जम्मू-कश्मीर: नजरबंद किए गए 2 PDP नेता हुए रिहा, इन नेताओं को भी जल्द मिलेगी आजादी

जम्मू-कश्मीर में एक महीने से नजरबंद किए गए नेताओं में से पीडीपी के 2 नेताओं को गुरुवार को आजाद कर दिया है. बता दें इन दोनों नेताओं को श्रीनगर के एमएलए हॉस्टल में पिछले एक महिने से बंदी बनाकर रखा गया था.

Updated on: 03 Jan 2020, 10:48 AM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में एक महीने से नजरबंद किए गए नेताओं में से पीडीपी के 2 नेताओं को गुरुवार को आजाद कर दिया है. बता दें इन दोनों नेताओं को श्रीनगर के एमएलए हॉस्टल में पिछले एक महिने से बंदी बनाकर रखा गया था. वहीं ये भी बताया जा रहा है कि आने वाले 10 दिनों में अन्य नजरबंद किए गए नेताओं को भी सशर्त रिहा किया जा सकता है. जानकारी के मुताबिक, प्रशासन 5 से 6 नेताओं को छोड़कर अन्य सभी की रिहाई पर गंभीरता से विचार कर रहा है. इसके लिए नेताओं को सबसे पहले बॉन्ड भरना होगा, जिसमें इन्हें कश्मीर में शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग का यकीन दिलवाना होगा.

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प्रशासन ने गुरुवार को दक्षिण कश्मीर से संबध रखने वाले पीडीपी के दो वरिष्ठ नेताओं रफी अहमद मीर और अब्दुल मजीद पडर को नजरबंदी से मुक्त कर दिया. रफी मीर पहलगाम के विधायक रह चुके हैं और पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता हैं, जबकि अब्दुल मजीद पडर पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. संबंधित अधिकारियों ने बताया कि दो और वरिष्ठ नेताओं पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के चेयरमैन हकीम मोहम्मद यासीन और पीडीपी के पूर्व विधायक मोहम्मद अशरफ मीर की नजरबंदी शुक्रवार को समाप्त करने पर विचार चल रहा है.

वहीं पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन, पूर्व नौकरशाह शाह फैसल, पीडीपी नेता नईम अख्तर, वहीद-उर-रहमान पारा और नेकां महासचिव अली मुहम्मद सागर को फिलहाल रिहा करने की कोई योजना नहीं है. इन नेताओं से कई बार प्रशासन ने रिहाई के लिए बांड भरने को कह चुका है, लेकिन इन्होंने सशर्त रिहाई से इन्कार किया है. ऐसे में इन्हें श्रीनगर के किसी सरकारी गेस्ट हाऊस में स्थानांतरित किया जाएगा. इनके अलावा तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की मार्च से पहले रिहाई की संभावना कम ही दिखाई दे रही है.

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खबरों के अनुसार, घाटी में सुधरते हालात और राजनीतिक गतिविधियों को बहाल करने के लिए प्रदेश प्रशासन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार एमएलए हॉस्टल में बंद किए राजनीतिक बंदियों को एक बॉन्ड के आधार पर रिहाई की प्रक्रिय शुरू कर दी है.

बता दें कि तीन दिन पहले सबजेल से पांच पूर्व विधायकों और एमएलसी को रिहा किया गया है. इससे पहले भी कुछ नेताओं को रिहा किया जा चुका है. ऐसे में अब केवल 24 नेता ही सबजेल में एहतियातन बंद हैं. उन्होंने कहा कि सबजेल में बंद नेताओं में से अधिकांश को अगले 10-15 दिनों में क्रमानुसार रिहा किया जाएगा.

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बताया जा रहा है कि पीडीपी के पूर्व विधायक एजाज मीर, नेकां नेता सलमान सागर, शौकत गनई, अली मुहम्मद डार, अल्ताफ कालू, अवामी इत्तेहाद पार्टी के नेता बिलाल सुल्तान को अगले पांच दिन में रिहा किया जा सकता है. अल्ताफ का स्वास्थ्य ठीक नहीं है, जबकि सलमान के नाना का देहांत हुआ है और वह इस दुख की घड़ी में परिजनों के साथ रहना चाहते हैं.