हे भगवान ! पेट से निकाले चमच्च, पेचकस, चाकू, टूथ ब्रश और एक लोहे की रॉड, जानें कैसे
डॉक्टरों ने मरीज के पेट से स्टील के सात चम्मच, एक प्लास्टिक का चम्मच, दो पेचकस, एक चाकू, दो टूथ ब्रश और एक लोहे की रॉड निकाली
highlights
- मरीज के पेट से निकला चाकू, पेचकर, चमच्च
- डॉक्टर ऑपरेशन करने के पड़ गए हैरत में
- मरीज अब खतरे से बाहर
नई दिल्ली:
हिमाचल प्रदेश के मंडी में आश्चर्यकित करने वाला मामला सामने आया है. लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक में बेहद ही अजीबो गरीब मामला सामने आया है. मामला जानकर आप हैरान हो जाएंगे. मरीज सिजोफ्रेनिया नामक बीमारी से ग्रसित है. साथ ही वह मानसिक रोगी भी है. जब उसे अस्पताल लाया गया तो डॉक्टर भी हैरान हो गए. प्रारंभिक जांच के बाद डॉक्टर ने तुरंत एक्स रे कराने की सलाह दी. एक्स-रे देखते ही डॉक्टर के होश उड़ गए. डॉक्टर ने तुरंत ऑपरेशन कराने की सलाह दी. डॉ. निखिल सोनी और डॉ. सूरज की टीम ने करीब दो घंटों तक ऑपरेशन किया. डॉक्टरों ने मरीज के पेट से स्टील के सात चम्मच, एक प्लास्टिक का चम्मच, दो पेचकस, एक चाकू, दो टुथ ब्रश और एक लोहे की रॉड निकाली.
मरीज के जीवित होने पर सभी आश्चर्यचकित
मरीज के पेट से इतना सामान निकलने पर डॉक्टर के होश उड़ गए. हर कोई मरीज के जीवित होने पर भी आश्चर्यचकित है. जानकारी के अनुसार मरीज सुंदरनगर का रहने वाला है. उसने तीन दिन पहले चाकू निगल लिया था. परिजनों ने उसे अस्पताल लाए तो यहां पर ट्रीटमेंट शुरू किया गया. ऑपरेशन करने वाली टीम में शामिल डॉ. रणेश चौहान, डॉ. मोनिका और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देंवेंद्र ने बताया कि मरीज अब ठीक है.
जानें सिजोफ्रेनिया के बारे में
इस बीमारी से ग्रस्त रोगियों में अलग-अलग लक्षण होते हैं, जिनका पता लगने में कई बार महीने तो कभी साल लग जाते हैं. इसके रोगी कुछ भी खा लेते हैं. वे क्या बोल रहे हैं या कर रहे हैं. इस पर उनका कोई नियंत्रण नहीं होता. इन रोगियों को सोने या फिर ध्यान केंद्रित करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें