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असम के बाद अब हरियाणा में भी लागू होगा NRC, CM मनोहर लाल खट्टर ने बताई ये वजह

असम के बाद अब हरियाणा में भी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (National Register of Citizens) लागू होगा.

Updated on: 16 Sep 2019, 06:31 AM

नई दिल्ली:

असम के बाद अब हरियाणा में भी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (National Register of Citizens) लागू होगा. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने रविवार को इसकी घोषणा की है. पंचकूला में उन्होंने कहा कि अब हरियाणा में एनआरसी (NRC) लागू करेंगे, ताकि पता चल सके कि राज्य में कितने शरणार्थी हैं. 

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि असम की तरह ही इस राज्य में भी नागरिक राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य में एक विधि आयोग के गठन पर भी विचार किया जा रहा है, जबकि इसी कड़ी में समाज के बुद्धिजीवियों की सेवाओं का लाभ उठाने के लिए एक अलग स्वैच्छिक विभाग भी स्थापित किया जाएगा.

राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों को जनता के बीच पहुंचाने के इरादे से करवाए जा रहे महा जनसंपर्क अभियान के आखरी दिन मुख्यमंत्री पंचकूला में लोगों को संबोधित कर रहे थे. मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम के बाबत कई गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात की, जिनमें हरियाणा राज्य मानवाधिकार आयोग के पूर्व अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एच.एस. भल्ला, पूर्व भारतीय नौसेना प्रमुख सेवानिवृत्त एडमिरल सुनील लांबा और सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल बलजीत सिंह जसवाल शामिल हैं.

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खट्टर ने कहा कि सोशल ऑडिट सिस्टम को इंप्लीमेंट करवाया जाएगा, ताकि विकास कार्यों की ऑडिट भी बुद्धिजीवियों द्वारा करवाई जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य परिवार के पहचान पत्र पर तेजी से कार्य कर रहा है और इसके डॉटा का इस्तेमाल एनआरसी के लिए भी किया जाएगा.

बता दें कि असम में पिछले दिनों राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की लिस्ट जारी कर दी गई है. इस लिस्ट में 19 लाख से अधिक लोगों के नाम इस लिस्‍ट में नहीं है. दरअसल, असम में 1951 के बाद पहली बार नागरिकता की पहचान की जा रही है. एनआरसी के स्‍टेट कोआर्डिनेटर प्रतीक हजेला ने बताया था कि कुल 3,11,21,004 व्यक्तियों को NRC के लिए योग्‍य पाया गया है. 19,06,657 व्यक्ति इसमें अयोग्‍य पाए गए हैं. इन लोगों ने अपने दावे पेश नहीं किए थे. अब इन लोगों के सामने विदेशी ट्रिब्यूनल के समक्ष अपील दायर करने का विकल्‍प होगा.

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दिल्‍ली बीजेपी के प्रमुख मनोज तिवारी ने भी NRC को लेकर कहा था कि दिल्ली में भी नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर की जरूरत है, क्योंकि स्थिति खतरनाक होती जा रही है. अवैध अप्रवासी जो यहां बस गए हैं, वे सबसे खतरनाक हैं, हम यहां एनआरसी को भी लागू करेंगे. इसके बाद अब हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी एनआरसी लागू करने की बात कही है.